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आज की थकान केवल आंखों तक सीमित नहीं है। यह थकान तंत्रिकाओं में उतर चुकी है, सोच में उलझन बन चुकी है और नींद से दूरी का कारण बन रही है। जिसे हम आम भाषा में ‘मेंटल स्ट्रेस’ कहते हैं, वह वास्तव में हमारे नर्वस सिस्टम की पुकार है, शांत होने की, संतुलन पाने की और विश्राम की। (Photo Source: Pexels)
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ऐसे समय में कैफीन शरीर को तुरंत बूस्ट तो कर देता है, लेकिन तंत्रिकाओं (nerves) को पोषण नहीं देता। आयुर्वेद हमें एक अलग मार्ग दिखाता है, औषधि का मार्ग, जो मन को दबाता नहीं बल्कि स्थिर करता है। जटामांसी, ब्राह्मी और कैमोमाइल से बनी हर्बल चाय इसी मार्ग का एक सौम्य लेकिन प्रभावशाली उदाहरण है। (Photo Source: Pexels)
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यह हर्बल चाय क्यों है खास?
यह कोई साधारण पेय नहीं, बल्कि मस्तिष्क के भीतर चल रही अव्यवस्था को क्रम में लौटाने की प्रक्रिया है। जटामांसी चेतना और हृदय को स्थिर करती है, ब्राह्मी मस्तिष्क में स्पष्टता और एकाग्रता का प्रकाश भरती है, कैमोमाइल शरीर और मन के बीच कोमल सेतु बनाती है, जिस पर होकर नींद स्वयं उतर आती है। (Photo Source: Pexels) -
यह चाय न नशा देती है, न आदत बनाती है। यह मन को अनुशासन सिखाती है और तंत्रिकाओं को पुनर्जीवन प्रदान करती है। विज्ञान इसे Neuro-relaxant कहता है, आयुर्वेद इसे चित्त-स्थैर्य की साधना। अंतर बस इतना है कि विज्ञान राहत देता है, जबकि आयुर्वेद रूपांतरण करता है। (Photo Source: Pexels)
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आयुर्वेदिक तनाव-शामक चाय के घटक और उनके लाभ
जटामांसी
जटामांसी आयुर्वेद में हृदय और मन के संतुलनकर्ता के रूप में जानी जाती है। यह घबराहट और बेचैनी को कम करने में सहायक होती है तथा हृदय की धड़कन को स्थिर रखने में मदद करती है। मानसिक अस्थिरता और अत्यधिक चिंता की स्थिति में जटामांसी मन को शांत करने का कार्य करती है। वैज्ञानिक दृष्टि से इसमें Jatamansone जैसे न्यूरो-रिलैक्सेंट यौगिक पाए जाते हैं, जो नर्वस सिस्टम की ओवर-स्टिमुलेशन को कम कर मानसिक शांति प्रदान करते हैं। (Photo Source: Freepik) -
ब्राह्मी
ब्राह्मी को आयुर्वेद में मेध्य रसायन यानी मस्तिष्क का टॉनिक माना गया है। यह चित्त को स्थिर करती है, स्मरण शक्ति और एकाग्रता को बढ़ाती है तथा मानसिक थकान को दूर करने में सहायक होती है। वैज्ञानिक अध्ययनों के अनुसार, ब्राह्मी में मौजूद Bacosides तनाव हार्मोन Cortisol के स्तर को कम करने में मदद करते हैं और Serotonin को संतुलित रखते हैं, जिससे मन शांत और स्थिर रहता है। (Photo Source: Freepik) -
कैमोमाइल
कैमोमाइल एक प्राकृतिक शांतिदायक औषधि है, जो विशेष रूप से अनिद्रा और मानसिक तनाव में लाभकारी मानी जाती है। यह मांसपेशियों की जकड़न को कम करती है और तनावजन्य सिरदर्द में भी राहत देती है। वैज्ञानिक दृष्टिकोण से कैमोमाइल में पाया जाने वाला Apigenin मस्तिष्क के स्लीप रिसेप्टर्स को सक्रिय करता है, जिससे शरीर को प्राकृतिक और गहरी नींद लेने में सहायता मिलती है। (Photo Source: Pexels) -
यह चाय कैसे बनाएं
सामग्री: जटामांसी – 1 भाग, ब्राह्मी – 1 भाग, कैमोमाइल – 1 भाग
विधि: तीनों औषधियों को मिलाकर 1 चम्मच मिश्रण लें। 1 कप हल्के गर्म पानी में डालें, 10 मिनट तक ढककर रखें। छानकर गुनगुना सेवन करें। (Photo Source: Pexels) -
कब और कैसे पिएं
रात को सोने से पहले, मानसिक दबाव या अधिक सोच के बाद, नींद बिगड़ने की स्थिति में, नियमित सेवन से मन का स्वभाव धीरे-धीरे शांत और संतुलित होने लगता है। (Photo Source: Pexels) -
किन लोगों को सावधानी रखनी चाहिए
गर्भावस्था में, अत्यधिक लो ब्लड प्रेशर की स्थिति में, यदि पहले से एंटीडिप्रेसेंट दवाएं ले रहे हों, हार्ट पेसमेकर वाले व्यक्ति, इन परिस्थितियों में वैद्य या चिकित्सक की सलाह आवश्यक है। (Photo Source: Pexels)
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