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स्वस्थ और लंबा जीवन भला कौन नहीं चाहता है। लेकिन इसके लिए खान पान से लेकर लाइफस्टाइल तक पर ध्यान देना जरूरी होती है। शरीर के अंदर कोशिका के छोटे-छोटे ढांचे होते हैं जिन्हें माइटोकॉन्ड्रिया कहा जाता है। ये बिल्कुल बैटरी की तरह होते हैं जो हमें चलने-फिरने, सोचने, काम करने और खुद को रिपेयर करने के लिए ऊर्जा प्रदान करते हैं। (Photo: Freepik) व्रत में खूब खाते हैं साबूदाना तो जरा संभल कर, इन लोगों को नहीं खाना चाहिए
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जैसे-जैसे उम्र बढ़ती है वैसे-वैसे माइटोकॉन्ड्रिया कमजोर होने लगते हैं। जिसके चलते थकान, धीमी रिकवरी और बीमारियों का खतरा बढ़ जाता है। लेकिन कुछ ऐसे खाद्य पदार्थ हैं जिनके सेवन से ये कोशिकाएं मजबूत होती हैं और उम्र बढ़ने की प्रक्रिया को धीमा कर देते हैं। आइए जानते हैं कौन-कौन से फूड्स हैं: (Photo: Freepik)
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1. काकाओ
काकाओ में एक खास तरह का तत्व होता है जिसे पाइरोल क्विनोलाइन क्विनोन (PQQ) कहते हैं। ये शरीर में नए माइटोकॉन्ड्रिया बनने में मदद करता है और पुराने माइटोकॉन्ड्रिया को सक्रिय बनाए रखता है। काकाओ वाली एक डार्क चॉकलेट में यह खास तत्व करीब 85 फीसदी पाया जाता है जिसमें शक्कर की मात्रा भी काफी कम होती है। (Photo: Unsplash) -
2. बेरीज
ब्लूबेरी, रास्पबेरी और एल्डरबेरी जैसे फल पॉलिफिनॉल्स से भरपूर होते हैं जो शरीर में प्राकृतिक रूप से सूजन को कम करते हैं और माइटोकॉन्ड्रिया की सुरक्षा करते हैं। इसके साथ ही मस्तिष्क विकास को भी बनाए रखने में मदद करते हैं। साथ ही ब्लड शुगर को संतुलित और फ्री रेडिकल्स से होने वाले नुकसान को घटाने में मदद करते हैं। (Photo: Unsplash) लौकी के नुकसान, किन लोगों को नहीं खानी चाहिए? -
3. मेवे और बीज
पिस्ता और तिल के बीज में Coenzyme Q10 नामक तत्व पाया जाता है। साथ ही हेल्दी फैट्स और एंटीऑक्सीडेंट्स भी होते हैं जो दिल और दिमाग दोनों के लिए अच्छे हैं। इसके अलावा यह उम्र बढ़ने से होने वाले नुकसान से कोशिकाओं की रक्षा करने में मदद मिलती है। (Photo: Unsplash) -
4. स्पाइरुलिना
यह नीला-हरा रंग का शैवाल है जो पाउडर या टैबलेट के रूप में मिलता है। इसमें फाइकोसायनिन नामक तत्व अच्छी मात्रा में पाया जाता है जो शरीर को अधिक माइटोकॉन्ड्रिया बनाने में मदद करता है। साथ ही यह DNA को रिपेयर करने, कोशिकाओं को तनाव से बचाने और सूजन घटाने में भी मदद करता है। (Photo: Unsplash) -
5. फैटी फिश
सैल्मन, सार्डिन और मैकेरल जैसी मछलियां ओमेगा-3 फैटी एसिड से भरपूर होती हैं। जो बढ़ती हुई उम्र को कम करने, कोशिकाओं की रक्षा करने, सूजन को कम करने, दिमाग को दुरुस्त रखने और जोड़ों दर्द से राहत दिलाने में मदद करती है। साथ ही शरीर में इंसुलिन की प्रक्रिया को बेहतर बनाती हैं जिससे ब्लड शुगर नियंत्रित रहता है। (Photo: Unsplash) -
6. मांस
कुछ जानवरों के मांस में L-carnitine नामक तत्व पाया जाता है जो उम्र बढ़ने के प्रोसेस को धीमा करता है। साथ ही यह फैट बर्निंग के प्रोसेस को तेज करता है, मांसपेशियों को मजबूत और जल्दी रिकवरी में मदद करता है। (Photo: Unsplash) सामान्य के मुकाबले उल्टा चलना क्यों है फायदेमंद, कौन-कौन से लाभ मिलते हैं