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1- मन के हारे हार हैं, मन के जीते जीति। कहै कबीर हरि पाइए, मन ही की परतीति॥ (Photo: Pexels)
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2- प्रेमी ढूंढ़त मैं फिरूं, प्रेमी मिलै न कोइ। प्रेमी कूं प्रेमी मिलै तब, सब विष अमृत होइ॥ (Photo: Pexels)
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3- काबा फिर कासी भया, राम भया रहीम। मोट चून मैदा भया, बैठ कबीर जीम॥ (Photo: Pexels)
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4- सब जग सूता नींद भरि, संत न आवै नींद। काल खड़ा सिर ऊपरै, ज्यौं तौरणि आया बींद॥ (Photo: Pexels)
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5- जौं रोऊं तौ बल घटै, हंसौं तौ राम रिसाइ। मनहीं मांहि बिसूरणां, ज्यूं धुंण काठहिं खाइ॥ (Photo: Pexels)
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6- सात समंद की मसि करौं, लेखनि सब बनराइ। धरती सब कागद करौं, तऊ हरि गुण लिख्या न जाइ॥ (Photo: Pexels)
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7- जीवन में मरना भला, जो मरि जानै कोय | मरना पहिले जो मरै, अजय अमर सो होय ||
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8- बुरा जो देखन मैं चला, बुरा न मिलिया कोय। जो दिल खोजा आपना, मुझसे बुरा न कोय॥ (Photo: Pexels)
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9- सी वाणी बोलिए मन का आप खोए, औरन को शीतल करे, आपहुं शीतल होए।। (Photo: Pexels)
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10- जाति न पूछो साध की, पूछ लीजिए ज्ञान। मोल करो तरवार का, पड़ा रहन दो म्यान। (Photo: Pexels) चाणक्य नीति की याद रखें ये 10 बातें, हारा हुआ इंसान भी हो सकता है सफल