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कई घरों में सुबह और शाम पूजा-अर्चना होती है। लोग स्नान करने के बाद भगवान की पूजा-पाठ करते हैं। इसके साथ ही घर के मंदिर में कई भगवान की मूर्तियां और तस्वीरें भी रखते हैं। (Photo: Pexels)
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पूजा के समय कई भगवान की आरती भी करते हैं। लेकिन कुछ लोगों का ये भी सवाल रहता है कि क्या पूजा में सारे भगवान की आरती करनी चाहिए या फिर किसी एक की। आइए जानते हैं प्रेमानंद महाराज से: (Photo: Pexels)
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वृंदावन में रहने वाले प्रेमानंद जी महाराज भगवान श्री कृष्ण के बड़े भक्त हैं। उनका प्रवचन सुनने के लिए देश दुनिया से लोग आते हैं। उन्होंने बताया कि पूजा में किसकी आरती करने से फल मिलता है। (Photo: Vrindavan Ras Mahima/FB)
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दरअसल, प्रेमानंद महाराज के वृंदावन धाम में आए एक भक्त सवाल किया कि, ‘पूजा में वो भगवान शिव की, कृष्ण की, राम की पूजा एवं जाप करते हैं। साथ ही मां भगवती की भी पूजा और जाप करते हैं। तो क्या हमें सभी का नाम जाप-पूजा करके संतुष्ट करना चाहिए या फिर किसी एक को ही भजें’। (Photo: Vrindavan Ras Mahima/FB)
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प्रेमानंद महाराज कहते हैं कि प्रारंभ में सबकी भक्ति का यही स्वरूप होता है। उदाहरण के तौर पर महाराज जी कहते हैं कि, जब हम छोटे होते हैं तो हनुमान चालीसा, शिव चालीसा से लेकर दुर्गा चालीसा तक का पाठ करते हैं। क्योंकि, भक्ति का जो प्रारंभिक कदम होता है वह यही होता है। (Photo: Vrindavan Ras Mahima/FB) कितने साल श्मशान में रहे हैं प्रेमानंद महाराज, क्या सच में कोई आप पर जादू-टोना कर सकता है?
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लेकिन इसके बाद गुरु का चयन होता है। गुरु चयन के बाद ही भक्ति असली रंग लाती है। प्रेमानंद महाराज के अनुसार भक्ति से फलस्वरूप जब गुरुदेव मिलते हैं और वो जो नाम और ईष्टदेव आपके लिए चयन करते हैं उन्हीं की भक्ति करनी चाहिए। (Photo: Pexels)
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एक भक्त आराधना सबकी करता है लेकिन प्यार सद गुरुदेव के बताए हुए नाम से करना चाहिए। उदाहरण के तौर पर प्रेमानंद महाराज कहते हैं कि जिस तरह एक पत्नी अपने देवर, ननद, सास-ससुर और अन्य घर के सदस्यों की सेवा करती है लेकिन ये सब वह पति के लिए करती है। क्योंकि ये सब लोग उसके पति से जुड़े हुए हैं। (Photo: Pexels)
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प्रेमानंद महाराज आगे कहते हैं कि एक पत्नी का अपना पर्सनल प्यार अपने पति से है। इस तरह रंग प्रेम होता है। यानी भक्ति सबकी करें लेकिन नाम जप किसी एक भगवान की करनी है जिसका नाम आपको किसी गुरुदेव से मिला हो। (Photo: Pexels)
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प्रेमानंद महाराज कई बार ये बता चुके हैं कि किसी गुरुदेव द्वारा दिया गया भगवान नाम जाप करने से फल ज्यादा मिलता है। ऐसे में अगर भक्ति के मार्ग पर चल रहे हैं तो गुरुदेव से मंत्र जरूर ले लें और वो जो नाम दें उन्हीं की आराधना करनी चाहिए। (Photo: Pexels) प्रेमानंद महाराज ने बताया प्याज लहसुन खाने वाले लड्डू गोपाल की सेवा कैसे करें?
