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2025 में शारदीय नवरात्रि 22 सितंबर से शुरू होकर 2 अक्टूबर तक चलेगी और दशहरा के दिन इसका समापन होगा। इस दौरान भक्त माता दुर्गा की पूजा-अर्चना के साथ-साथ व्रत रखते हैं। (Photo Source: Pexels)
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नवरात्रि का व्रत सिर्फ धार्मिक आस्था से जुड़ा नहीं है, बल्कि इसमें शामिल खानपान भी स्वास्थ्य के लिहाज से बेहद फायदेमंद माना जाता है। (Photo Source: Pexels)
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व्रत में खाने-पीने की चीजें सामान्य दिनों से अलग होती हैं और इसके लिए खास नियम बनाए गए हैं। आइए जानते हैं नवरात्रि में खाए जाने वाले खास खाद्य पदार्थों के बारे में—
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व्रत में इस्तेमाल होने वाले आटे
नवरात्रि के दौरान गेहूं और मैदे का प्रयोग नहीं किया जाता। इसकी जगह कुट्टू (buckwheat), राजगीरा (amaranth) और सिंघाड़े (water chestnut) का आटा लिया जाता है। इन आटे से रोटी, पुरी, पकौड़े और पैनकेक तक बनाए जाते हैं। ये आटे हल्के होने के साथ-साथ पचने में भी आसान होते हैं। (Photo Source: Pexels) -
साबूदाना
व्रत का सबसे लोकप्रिय आहार साबूदाना है। इसे खिचड़ी, वड़ा और खीर के रूप में बनाया जाता है। साबूदाना शरीर को ऊर्जा देने के साथ-साथ पेट को लंबे समय तक भरा हुआ रखता है, इसलिए व्रत के दौरान यह सबसे ज़्यादा खाया जाता है। (Photo Source: Unsplash) -
फल
नवरात्रि व्रत में फलाहार का विशेष महत्व है। ताजे फल शरीर को विटामिन, मिनरल्स और फाइबर देते हैं। सेब, केला, पपीता, अंगूर, संतरा और अनार जैसे फल व्रत में अधिकतर खाए जाते हैं। ये फल पचने में आसान होने के साथ-साथ शरीर को तुरंत ऊर्जा प्रदान करते हैं। फलाहार से शरीर हाइड्रेटेड रहता है और थकान महसूस नहीं होती। (Photo Source: Unsplash) -
डेयरी प्रोडक्ट्स
व्रत के दौरान दूध, दही, छाछ, पनीर और लस्सी जैसे डेयरी प्रोडक्ट्स शरीर को प्रोटीन, कैल्शियम और जरूरी पोषण देने के साथ-साथ ऊर्जा बनाए रखने में मदद करते हैं। ये न केवल पचने में आसान होते हैं बल्कि लंबे समय तक पेट भरा हुआ महसूस कराते हैं, जिससे थकान और कमजोरी महसूस नहीं होती। (Photo Source: Pexels) -
सब्जियां
सभी सब्जियां व्रत में नहीं खाई जातीं। लेकिन कुछ चुनिंदा सब्ज़ियां जैसे लौकी, आलू, शकरकंद, अरबी, कद्दू, टमाटर, कच्चा केला, पालक और कच्चा केला व्रत में खाई जा सकती हैं। इनसे सब्ज़ी, चिप्स या स्नैक्स बनाए जा सकते हैं। (Photo Source: Pexels) -
सेंधा नमक
व्रत में सामान्य नमक (साधारण आयोडीन युक्त नमक) का प्रयोग वर्जित होता है। इसकी जगह सेंधा नमक (rock salt) का इस्तेमाल किया जाता है। सेंधा नमक शरीर के लिए प्राकृतिक और पचने में आसान माना जाता है। (Photo Source: Pexels) -
समक चावल
समक चावल (barnyard millet) व्रत का एक अहम हिस्सा हैं। यह सामान्य चावल का विकल्प है और पोषण से भरपूर होता है। समक चावल से खिचड़ी, पुलाव और खीर जैसी डिश बनाई जा सकती हैं। (Photo Source: Freepik)
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