-
सनी देओल जब 18 साल के हुए तो उनके पिता पंडित-पुजारियों के चक्कर लगाने लगे थे। सनी के लिए वे काफी चिंतित भी थे।
-
धर्मेंद्र और सनी देओल एक जैसे होकर भी बेहद अलग रहे हैं। सनी संकोच और शर्म के कारण अपने ही पिता से बात करने से कतराते थे। ऐसे में जब बात उनकी बॉलीवुड में एंट्री की हुई तो धर्मेंद्र ने सबसे पहले सनी से ही राय मांगी थी।
-
धर्मेंद्र के दोस्त और पत्रकार जॉन अली पीटर ने मायापुरी मैग्जीन के लेख में धर्मेंद्र और सनी की पहली फिल्म से जुड़े किस्से को शेयर किया है।
-
सनी देओल ने धर्मेंद्र बता दिया था कि वह फिल्मों में काम करने को उत्सुक हैं। धर्मेंद्र भी बेटे के करियर के लिए कोई रिस्क नहीं लेना चाहते थे। इसलिए आर्य समाज और सिख पंडितों से उसके लिए सलाह लेने लगे।
-
धर्मेंद्र ने सनी देओल की फिल्म के मुहूर्त से लेकर डायरेक्टर तक का चयन बहुत सोच-समझ कर किया था।
-
उन्होंने सनी के लिए महबूब स्टूडियों का चयन किया था, क्योंकि वहां राजेंद्र कुमार और सुनील दत्त के बेटों की पहली फिल्म का मुहूर्त शुभ रहा था।
-
धर्मेंद्र ने पंडितों की राय पर ही पूरी फिल्म के निर्माण के दौरान नियम और रीति-रिवाज का पालन किया था। Photos: Social Media