-
राजा भैया ने अपने इंंटरव्यू में देवराहा बाबा के पराक्रम की चर्चा की थी और बताया था कि वह बाबा के परम भक्त हैं। उनके माता-पिता एक बार बाबा के दर्शन को गए थे और वहीं बाबा ने उनके पिता उदयप्रताप से कहा था कि अगली बार पुत्र के साथ आना। बाबा के आशीर्वाद से ही उनका जम्न हुआ था।
-
राजा भैया का कहना था कि किसी भी संत के चमत्कार को बताने से उसका पराक्रम कम होता है, लेकिन असल मायने में राजा भैया की जिंदगी के कई कष्ट को बाबा ने हरा है। इसे भी पढ़ें-राजा भैया ने कार डिजाइनर पर किया था केस, धोखाधड़ी का कुंडा विधायक ने लगाया था आरोप
-
राजा भैया जब 13 साल के थे तब बाइक से गिर का उनका जबड़ा टूट गया था। दर्द से कराह रहे राजा भैया को उनके पिता देवराहा बाबा के पास ले गए। इसे भी पढ़ें- कुछ ऐसे अंदाज में चाहने वालों संग राजा भैया आते हैं नजर, भदरी के कुंवर की देखें ये खास फोटोज
-
तब देवराहा बाबा भी नजदीक ही थे और उन्होंने राजा भैया के जबड़े पर हाथ फेर दिया और उनका दर्द मिनटो में दूर हो गया और हड्डी भी जुड़ गई थी। इसे भी पढ़ें- 10 गुना बढ़ गई 5 साल में राजा भैया की संपत्ति, भदरी रियासत के कुंवर के बेटे और बेटियां भी हैं लखपति
-
बता दें कि राजा भैया के जबड़े की हड्डी एक्सरे में टूटी नजर आई थी, लेकिन बाबा के छूते ही सब ठीक हो गया और दोबारा एक्सरे में हड्डी जुड़ी हुई थी।
-
राजा भैया ने बताया था कि उनका नाम खुद देवरहा बाबा ने रखा था। रघुराज नाम देने के बाद बाबा उन्हें राजा कह कर ही बुलाते थे। इसे भी पढ़ें- मुलायम ने राजा भैया के लिए सरकार तक को दे दी थी चुनौती, कहा- विधायक ने किसी को गाली भी दी हो तो बताएं
-
राजा भैया का कहना है कि जब भी उनक मन व्यथित होता है या किसी बात को लेकर वह अंतरद्वंद महसूस करते हैं, बाबा का ध्यान लगा लेते हैं।
-
Photos: Social Media
