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इंडिया टुडे को दिए एक इंटरव्यू में सैफ अली खान ने बताया था कि पिता की मौत के बाद पैलेस को नीमराणा होटल्स को दे दिया गया था और पैलेस का बड़ा हिस्सा होटल में बदल दिया गया था,लेकिन बाद सैफ इसे वापस पाना चाहते थे, लेकिन होटल से कंट्रेक्ट कैंसिल करने के लिए उन्हें लीज की एक बड़ी कीमत अदा करनी थी। पटौदी पैलेस जिसे इब्राहिम कोठी के नाम से भी जाना जाता है, को पाने के लिए सैफ एक बड़ी कीमत अदा की थी।
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सैफ अली खान ने बताया था कि पैलेस की लीज के रुपये देने के लिए उन्होंने उस वक्त फिल्मों से कमाई सारी ही रकम लगा दी थी।
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इस होटल को अमन नाथ और फ्रांसिस मिलकर चला रहे थे और जब फ्रांसिस की मौत हो गई तो नीमाराणा मैनेजमेंट ने उनको एक ऑफर दिया कि वह यदि चाहें तो वह पैलेस वापस ले सकते हैं, लेकिन उसके बदले में उन्हें लीज कैंसिल के लिए बड़ी रकम चुकानी थी।
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सैफ का कहना था कि जो घर उन्हें विरासत में मिलना चाहिए था, उसे उन्होंने फिल्मों से कमाए पैसे से वापस लेना पड़ा।
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बता दें कि पटौदी पैलेस जब तक नीमराणा होटेल्स के पास था तब तक यहां बहुत सी फिल्मों की शूटिंग हुई थी।
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सैफ ने बताया था कि पटौदी पैलेस का नाम इब्राहिम कोठी भी है और इसी के नाम पर उन्होंने अपने और अमृता सिंह के बड़े बेटे का नाम रखा है।
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इस पैलेस में 150 रूम हैं और 100 से ज्यादा नौकर काम करते थे, लेकिन अब वो बात नहीं है।
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मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक इस पैलेस की कीमत करीब 800 करोड़ रुपये है।
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सैफ अली खान का यह पैलेस करीब 10 एकड़ में फैला हुआ है, जिसमें कुल 150 कमरे हैं।
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क्रिकेटर नवाब मंसूर अली खान को भी पटौदी पैलेस में ही दफन किया गया है।
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द पटौदी पैलेस में कई बड़े मैदान, अस्तबल और गैरेज हैं। नवीनीकरण के बाद सैफ अली खान ने इस महल की तस्वीरें खुद शेयर की थी जिसमें कई बैडरूम, ड्राइंग रूम, स्वीमिंग पूल के अलावा बिलियर्ड रूम नजर आए। इतना ही नहीं इस घर के अंदर ही कब्रगाह भी है।
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Photos: Social Media
