-
अंतर्राष्ट्रीय महिला दिवस (IWD) 2025 हर साल की तरह 8 मार्च को पूरी दुनिया में मनाया जाएगा। इस बार की थीम है – “सभी महिलाओं और लड़कियों के लिए: अधिकार, समानता, सशक्तिकरण”, जो लैंगिक समानता को जल्द से जल्द प्राप्त करने की आवश्यकता को दर्शाती है। (Photo Source: Freepik)
-
इसके साथ ही एक प्रमुख अभियान “तेजी से कार्रवाई” (Accelerate Action) भी शुरू किया गया है, जो इस बात पर जोर देता है कि महिलाओं को समानता दिलाने के लिए अभी ठोस कदम उठाने की जरूरत है। विश्व आर्थिक मंच (WEF) के अनुसार, अगर प्रगति इसी गति से चलती रही, तो पूर्ण लैंगिक समानता प्राप्त करने में 130 से अधिक वर्ष (2158 तक) लग सकते हैं। (Photo Source: Pexels)
-
अंतर्राष्ट्रीय महिला दिवस का इतिहास
शुरुआत: 1908 में, लगभग 15,000 महिलाओं ने न्यूयॉर्क की सड़कों पर मार्च किया था, जिसमें उन्होंने बेहतर कामकाजी परिस्थितियों, समान वेतन और मतदान के अधिकार की मांग की थी। (Photo Source: Freepik) -
पहली बार मनाया गया: 1909 में, अमेरिका की सोशलिस्ट पार्टी ने पहली बार 28 फरवरी को “राष्ट्रीय महिला दिवस” घोषित किया। (Photo Source: Pexels)
-
वैश्विक मान्यता: 1910 में जर्मन कार्यकर्ता क्लारा जेटकिन ने कोपेनहेगन में एक अंतरराष्ट्रीय सम्मेलन में “अंतर्राष्ट्रीय महिला दिवस” मनाने का प्रस्ताव रखा। (Photo Source: Pexels)
-
संयुक्त राष्ट्र द्वारा मान्यता: 1975 में संयुक्त राष्ट्र ने आधिकारिक तौर पर 8 मार्च को “अंतर्राष्ट्रीय महिला दिवस” के रूप में मान्यता दी। (Photo Source: Pexels)
-
महत्व और उद्देश्य
अंतर्राष्ट्रीय महिला दिवस मनाने के पीछे कई उद्देश्य हैं, जैसे – महिलाओं की सामाजिक, आर्थिक, सांस्कृतिक और राजनीतिक उपलब्धियों का जश्न मनाना। लैंगिक असमानता और भेदभाव के खिलाफ जागरूकता बढ़ाना। महिलाओं को उनके अधिकार दिलाने के लिए सशक्त बनाने का प्रयास करना। (Photo Source: Pexels) -
अंतर्राष्ट्रीय महिला दिवस 2025 की थीम: “सभी महिलाओं और लड़कियों के लिए: अधिकार, समानता, सशक्तिकरण”
इस वर्ष की थीम लैंगिक समानता प्राप्त करने की गति को तेज करने की आवश्यकता को रेखांकित करती है। इसमें तीन मुख्य पहलू शामिल हैं:
(Photo Source: Pexels) -
अधिकार (Rights)
महिलाओं को शिक्षा, स्वास्थ्य, आर्थिक संसाधनों और राजनीतिक भागीदारी का समान अधिकार मिलना चाहिए। महिलाओं को हिंसा, भेदभाव और शोषण से मुक्त जीवन जीने का अधिकार है। (Photo Source: Pexels) -
समानता (Equality)
वेतन असमानता, घरेलू जिम्मेदारियों में असमानता और नेतृत्व की भूमिकाओं में महिलाओं की कम भागीदारी जैसी समस्याओं को दूर करना होगा।
बाल विवाह और महिला जननांग विकृति जैसी हानिकारक प्रथाओं को खत्म करना होगा। (Photo Source: Pexels) -
सशक्तिकरण (Empowerment)
महिलाओं को आत्मनिर्भर बनाने के लिए शिक्षा, आर्थिक अवसर, तकनीक और नेतृत्व के अवसर देना आवश्यक है। यह सुनिश्चित करना कि महिलाएं स्वतंत्र रूप से अपने जीवन के महत्वपूर्ण निर्णय ले सकें। (Photo Source: Freepik) -
“तेजी से कार्रवाई” (Accelerate Action) क्यों जरूरी है?
लैंगिक समानता अभी भी दूर है: वर्तमान दर से, पूर्ण समानता 2158 तक प्राप्त होगी। इसे जल्द से जल्द पूरा करने की जरूरत है।
COVID-19 का प्रभाव: महामारी के कारण महिलाओं की नौकरियां छिन गईं, घरेलू जिम्मेदारियां बढ़ गईं और घरेलू हिंसा के मामले बढ़े।
महिला नेतृत्व की कमी: कई क्षेत्रों में महिलाएं अभी भी निर्णय लेने की भूमिकाओं से बाहर हैं।
आर्थिक असमानता: आज भी पुरुषों की तुलना में महिलाओं को कम वेतन मिलता है और उन्हें समान आर्थिक अवसर नहीं मिलते। (Photo Source: Pexels) -
क्या किया जा सकता है?
महिला सशक्तिकरण कार्यक्रमों में निवेश बढ़ाया जाए। कानूनी सुधार किए जाएं ताकि लैंगिक भेदभाव खत्म हो। शिक्षा और तकनीकी क्षेत्रों में महिलाओं की भागीदारी को बढ़ाया जाए। महिला उद्यमिता को बढ़ावा दिया जाए और उनके लिए आर्थिक अवसर खोले जाएं। कार्यस्थलों पर समान वेतन और अवसरों को सुनिश्चित किया जाए। (Photo Source: Pexels) -
दुनिया में कैसे मनाया जाता है अंतर्राष्ट्रीय महिला दिवस?
अलग-अलग देशों में इसे अलग-अलग तरीकों से मनाया जाता है:
इटली: ‘ला फेस्टा डेला डोना’ के रूप में मनाया जाता है, जहां महिलाओं को पीले मिमोसा फूल दिए जाते हैं।
रूस: यह दिन वैलेंटाइन डे की तरह मनाया जाता है, जहां महिलाओं को फूल और चॉकलेट दिए जाते हैं।
जर्मनी: महिला सशक्तिकरण से जुड़े फिल्म फेस्टिवल और प्रदर्शनियों का आयोजन किया जाता है। बता दें, बर्लिन ने 2019 में IWD को सार्वजनिक अवकाश घोषित किया था।
चीन: महिला कर्मचारियों को आधे दिन की छुट्टी दी जाती है।
दक्षिण कोरिया: महिला अधिकारों पर #MeToo आंदोलन और विरोध प्रदर्शन होते हैं।
अमेरिका: पूरा मार्च महीना महिला इतिहास माह के रूप में मनाया जाता है।
ऑस्ट्रेलिया: महिलाओं की उपलब्धियों पर पैनल डिस्कशन, सेमिनार और जागरूकता कार्यक्रम आयोजित किए जाते हैं।
अफ्रीका: इस दिन महिलाओं की शिक्षा, मातृ स्वास्थ्य और लैंगिक हिंसा के मुद्दों पर ध्यान केंद्रित किया जाता है। (Photo Source: Pexels)
(यह भी पढ़ें: International Women’s Day 2025: जानिए भारत की उन महिलाओं को जिन्होंने लिखी शक्ति, साहस और सफलता की कहानियां)