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हेमा मालिनी ने बरसों से एक राज छुपा कर रखा था, वह यह कि वह एक बेहतरीन गायिका भी हैं। धर्मेंद्र जब भी हेमा के पास होते हैं उनसे उनकी आवाज में एक गाना जरूर सुनते हैं। वहीं, आपको बता दें कि हेमा ने अपनी आवाज में हिंदी में ही नहीं, बंग्ला में भी गाने रिकार्ड किए हैं। श्रीकृष्ण की भक्त हेमा ने एक भजन का एलबम भी रिकार्ड किया है।
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मुंबई में जुहू (मुंबई) के इस्कॉन टेंपल में पहली बार जब हेमा मालिनी ने अपने 8 भजनों का एलबम ‘गोपाला को समर्पण’ रिलीज किया तब उनके सिंगर होने का पता चला था। इसे भी पढ़ें- धर्मेंद्र के पास रहती थी हर एक्ट्रेस की खबर
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हेमा के इस भजन को कवि नारायण अग्रवाल ने लिखा था और इन भजनों को पंडित हरि प्रसाद चौरसिया, राजन-साजन मिश्र, पंडित जसराज और पंडित शिव कुमार शर्मा जैसे भारतीय शात्रिय संगीत के दिग्गजों ने कंपोज किया है।
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हेमा मालिनी ने एलबम के लिए अपने गुरुजी गगन सिंह के सान्निध्य में करीब 6 महीने रियाज किया। हेमा का कहना था कि वह कई बार फ्लाइट्स तक में रियाज किया करती थीं, क्योंकि समय का अभाव रहता था। इसे भी पढ़ें- धर्मेंद्र संग शादी से पहले हेमा मालिनी ने मां से किया था ये वादा
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बता दें कि, हेमा ने 1977 में पहली बार किशोर कुमार के साथ बंगाली एलबम ‘गुन गुन कोरे जे मोन’ गाना गया था। इसके अलावा बाबुल सुप्रियो के एक म्यूजिक वीडियो के लिए भी हेमा मालिनी ने ‘अजी सुनिए जरा’ गा चुकी हैं।
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हेमा मालिनी अपने पति धर्मेंद्र के हमेशा ये एक गाना जरूर गाती हैं, आज जाने की जिद न करो। अपनी किताब की लांचिंग के दौरान हेमा ने इस गाने को पहली बार लोगों के लिए गुनगनाया था। इसे भी पढ़ें- धर्मेंद्र से शादी से पहले हेमा ने इस शख्स से ली थी पहले इजाजत
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हेमा ने बताया था कि धरम जी को उनका ये गाना इतना प्रिय है कि वह हमेशा उनसे सुनते हैं और कहते हैं कि ये गाना सिर्फ वह उनके लिए ही गाया करें।
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बता दें कि हेमा ने एक इंटरव्यू में कहा था कि उन्हें धर्मेंद्र के साथ ज्यादा वक्त गुजारने का मौका नहीं मिला, लेकिन जो मिलता है वह बहुत कीमती रहा है।
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Photos: Social Media