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गिलोय को आयुर्वेद में एक महत्वपूर्ण औषधि माना गया है। इसमें गिलोइन, टीनोस्पोरिक एसिड, कॉपर, आयरन, फास्फोरस, कैल्शियम और जिंक जैसे जरूरी पोषक तत्व पाए जाते हैं।
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डेंगू, गठिया, अस्थमा, सूजन, पाचन, एनीमिया और पीलिया जैसी गंभीर समस्याओं में गिलोय के रस को पीने की सलाह दी जाती है। ये हमारे इम्यून सिस्टम को बूस्ट करने के साथ प्लेटलेट्स काउंट को बढ़ाने का काम करता है।
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लेकिन क्या आप जानते हैं कि कुछ लोगों को गिलोय से बनी चीजें खानी या पीनी नहीं चाहिए, क्योंकि इससे उनके स्वास्थ्य पर नकारात्मक प्रभाव पड़ सकता है। चलिए जानते हैं किन्हें गिलोय का सेवन करने से बचना चाहिए।
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जिन लोगों को ऑटो इम्यून डिजीज की समस्या हो उन्हें गिलोय का रस नहीं पीना चाहिए। ऐसा करने से उनके लिवर को नुकसान पहुंचता है। जनरल ऑफ क्लिनिकल एंड एक्सपेरिमेंट हेपेटोलॉजी ने रिसर्च में पाया कि ऑटो इम्युनिटी होने पर गिलोय का रस पीने से लिवर में टॉक्सिन्स बढ़ सकते हैं।
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अगर गिलोय आपके लीवर को नुकसान पहुंचा रहा है तो आपको पीलिया, पेट दर्द, सूजन, खुजली या जलन और डार्क पीला यूरिन आने जैसी समस्याएं लक्षण के रूप में दिख सकती हैं।
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गिलोय ब्लड प्रेशर को कम करता है इसलिए डायबिटीज की दवाइयां खाने वाले लोगों को इसके सेवन में सावधानी बरतनी चाहिए नहीं तो ब्लड शुगर काफी कम हो जाता है।
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जो महिलाएं गर्भवती हैं उन्हें गिलोय का सेवन करने से पहले डॉक्टर से सलाह जरूर लेनी चाहिए। क्योंकि गर्भावस्था के दौरान गिलोय का सेवन हानिकारक हो सकता है और गर्भस्थ शिशु पर नकारात्मक प्रभाव डाल सकता है।
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