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1- संदेह करने वाले को किसी भी लोक में सुख नहीं मिलता है। चाणक्य नीति: इन पांच मौकों पर नहीं दिखाना चाहिए अपना बल, मूर्ख कहलाते हैं ऐसे लोग
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2- जो कर्मेंद्रियों को वश में करता है लेकिन जिसका मन इन्द्रिय विषयों का चिंतन करता रहा है वह स्वयं को धोखा देता है।
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3- किसी भी चीज में अति करने से बचना चाहिए।
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4- कोई भी व्यक्ति अपने कर्मों के परिणाम से बच नहीं सकता है। Vidur Niti: विद्यार्थियों को बर्बाद कर देती हैं यह सात चीजें, किसी दोष से कम नहीं हैं
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5- वह व्यक्ति अज्ञानी है जो दूसरों की निंदा करता है।
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6- दुख का सबसे बड़ा कारण अत्यधिक मोह है।
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7- सफलता की सबसे बड़ी कुंजी स्वयं पर विश्वास करना है। गीता उपदेश: ऐसे लोगों को कोई नहीं हरा सकता, बुरे नहीं अच्छे समय में भी याद रखें गीता के 10 उपदेश