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मौजूदा समय में दुनिया में कई बीमारियां आम होते जा रही हैं जिसमें डायबिटीज, ब्लड प्रेशर और माइग्रेन भी शामिल है। इन सबका कारण खराब लाइफस्टाइल और खानपान है। (Photo: Freepik) बरसात के मौसम में नहीं होना है बीमार तो पीएं ये इम्यूनिटी बूस्टर ड्रिंक्स
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माइग्रेन की बीमारी बेहद ही खतरनाक होती है। ये बीमारी होने पर तीव्र सिरदर्द होता है। आयुर्वेद में कई ऐसे उपाय बताए गए हैं जिसकी मदद से इस बीमारी से राहत पा सकते हैं। (Photo: Freepik)
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1- अदरक
आयुर्वेद अदरक का इस्तेमाल कई सारी बीमारियों में करता है जिसमें से एक माइग्रेन भी है। इसके लिए अदरक की चाय फायदेमंद साबित हो सकती है। अदरक में सूजन-रोधी गुण होते हैं जो माइग्रेन के दर्द को कम करने में मदद कर सकते हैं। एक चम्मच अदरक के रस में शहद मिलाकर पीने से लाभ मिल सकता है। (Photo: Unsplash) -
2- तिल का तेल
तिल का तेल ब्लड सर्कुलेशन को बेहतर बनाने में मदद करता है। माइग्रेन दर्द से राहत पाने के लिए सिर और माथे पर तिल के तेल से हल्दी मालिश कर सकते हैं। वहीं, इसके बाद गर्म पानी से स्नान करना चाहिए। (Photo: Freepik) -
3- पिपरमिंट तेल
माइग्रेन से राहत पाने के लिए आय़ुर्वेद पिपरमिंट तेल का भी इस्तेमाल करता है। पिपरमिंट तेल को माथे और कनपटी पर लगाने से माइग्रेन दर्द से राहत मिल सकता है। (Photo: Freepik) -
4- जीरा और धनिया
जीरा और धनिया के बीजों को बराबर मात्रा में मिलाकर चूर्ण बना लें और इसे 1 चम्मच गर्म पानी के साथ लें। यह पाचन को बेहतर बनाता है जिसे आयुर्वेद में माइग्रेन का एक कारण माना जाता है। (Photo: Freepik) -
5- पानी
जब शरीर हाइड्रेट रहता है तो माइग्रेन के ट्रिगर में कमी आती है। इसके लिए नियमित रूप से पर्याप्त मात्रा में पानी पीएं। साथ ही नारियल पानी का सेवन भी लाभकारी साबित हो सकता है। (Photo: Unsplash) -
6- योग और प्राणायाम
नियमित रूप से योग और प्राणायाम से कई सारी बीमारियों से छुटकारा पा सकते हैं। माइग्रेन की समस्या होने पर अनुलोम-विलोम और भ्रामरी प्राणायाम रोजाना 10-15 मिनट करने की सलाह दी जाती है। ये तनाव कम करते हैं और मस्तिष्क में ऑक्सीजन लेवल को बढ़ाते हैं जिससे माइग्रेन में राहत मिल सकती है। (Photo: Unsplash) -
7- आहार और लाइफस्टाइल
आयुर्वेद के अनुसार माइग्रेन की समस्या होने पर अपनी जीवनशैली और आहार में बदलाव करना चाहिए। इस समस्या से बचने के लिए तैलीय, मसालेदार और भारी भोजन से बचें। नियमित समय पर भोजन करें, पर्याप्त नींद लें, और तनाव से बचने के लिए मेडिटेशन करें। (Photo: Unsplash) आयुर्वेद के अनुसार बारिश के मौसम में कैसा भोजन करना चाहिए, पानी को लेकर 90% लोग करते हैं गलतियां