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फिटनेस की बेसिक और सबसे ज्यादा की जाने वाली एक्सरसाइज में से एक है सिट-अप्स। इसे करने के लिए न ज्यादा जगह चाहिए और न ही किसी तरह का उपकरण। रोजाना सिर्फ कुछ मिनट सिट-अप्स करने से पेट की चर्बी कम होती है, कोर मजबूत बनता है और शरीर का पोश्चर बेहतर होता है। अगर आप फिटनेस की शुरुआत कर रहे हैं या हेल्दी बॉडी चाहते हैं, तो सिट-अप्स आपके लिए एक बेहतरीन विकल्प हो सकता है। आइए जानते हैं सिट-अप्स के बेमिसाल फायदे और इसे करने का सही तरीका—
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सिट-अप्स करने के फायदे
कोर स्ट्रेंथ बढ़ाती है
नियमित रूप से सिट-अप्स करने से पेट की मसल्स और कोर मसल्स मजबूत होती हैं। इससे शरीर का बैलेंस बेहतर होता है और रोजमर्रा के काम करने में आसानी मिलती है। मजबूत कोर कमर दर्द की समस्या को भी दूर करने में मदद करता है। (Photo Source: Pexels) -
एब्स और पेट की चर्बी पर असरदार
सिट-अप्स पेट की एब्डॉमिनल मसल्स पर सीधा असर डालती है। इससे पेट की चर्बी कम होती है और एब्स की शेप भी धीरे-धीरे बेहतर होती है। यह बॉडी को टोन करने के लिए एक बेहद असरदार व्यायाम है। (Photo Source: Pexels) -
एथलेटिक परफॉर्मेंस में सुधार
खेलकूद या किसी भी फिजिकल एक्टिविटी से जुड़े लोगों के लिए सिट-अप्स बहुत उपयोगी है। यह स्टैमिना, ताकत और टॉलरेंस बढ़ाती है, जिससे एथलीट्स की परफॉर्मेंस बेहतर होती है। (Photo Source: Pexels) -
मसल्स होती हैं मजबूत
पेट, पीठ और छाती की मसल्स को मजबूत करने में सिट-अप्स काफी मददगार है। उम्र बढ़ने के साथ मसल्स कमजोर होने लगती हैं, ऐसे में सिट-अप्स मसल्स को टोन रखने और उनकी क्षमता बढ़ाने में कारगर है। (Photo Source: Pexels) -
बॉडी बनती है फ्लेक्सिबल
रोज सिट-अप्स करने से शरीर में लचीलापन बढ़ता है। यह रीढ़ की हड्डी और कूल्हों को लचीला बनाता है, जिससे स्टिफनेस और अकड़न की समस्या कम हो जाती है। लचीलेपन की वजह से फोकस और कंसन्ट्रेशन भी बेहतर होता है। (Photo Source: Pexels)
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बेहतर बैलेंस और पोश्चर
सिट-अप्स शरीर के पोश्चर को सुधारने में मदद करती है। इससे कूल्हों, रीढ़ की हड्डी और कंधों का पोश्चर सही रहता है। यह शरीर के बैलेंस को भी बेहतर बनाती है और लंबे समय तक कमर दर्द की समस्या का खतरा घटाती है। (Photo Source: Pexels) -
पाचन में सुधार
सिट-अप्स करने से पेट के आसपास ब्लड सर्कुलेशन बढ़ता है, जिससे पाचन प्रक्रिया तेज और बेहतर होती है। इससे पेट फूलने, गैस और कब्ज जैसी समस्याओं में भी आराम मिलता है। (Photo Source: Pexels) -
स्टैमिना बढ़ता है
अगर आप जल्दी थक जाते हैं, तो रोज सिट-अप्स करना आपके लिए बेहद फायदेमंद होगा। यह स्टैमिना बढ़ाता है और शरीर को एनर्जेटिक बनाता है। (Photo Source: Pexels) -
सिट-अप्स करने का सही तरीका
सबसे पहले फर्श या योगा मैट पर पीठ के बल लेट जाएं। चेहरा ऊपर रखें और पीठ जमीन पर पूरी तरह सपाट रखें। घुटनों को मोड़ें और पैरों को जमीन पर टिकाएं। दोनों हाथों को गर्दन के पीछे ले जाकर पकड़ें या सीने पर क्रॉस कर लें (शुरुआती लोग गर्दन पर खिंचाव न डालें)। (Photo Source: Pexels) -
अब गहरी सांस लें और पेट को हल्का अंदर की ओर खींचें। सांस छोड़ते हुए सिर, कंधे और ऊपरी शरीर को ऊपर उठाएं। 60–70 डिग्री के एंगल तक शरीर को उठाकर मसल्स पर जोर दें। शुरुआत में 10–12 रेप्स करें और धीरे-धीरे संख्या बढ़ाते जाएं। (Photo Source: Pexels)
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कौन लोग सावधानी बरतें?
अगर आपको गंभीर कमर दर्द है, रीढ़ से जुड़ी कोई समस्या है, सर्जरी हुई है, तो पहले डॉक्टर या फिजियोथेरेपिस्ट की सलाह जरूर लें। (Photo Source: Pexels)
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