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क्या आप जानते हैं कि कुछ लोग नींद, काम या यहां तक कि छूने से भी डरते हैं? दुनिया में बहुत सारी असामान्य फोबियाज (phobias) पाई जाती हैं, जिनके बारे में ज्यादातर लोग अनजान होते हैं। ‘फोबिया’ का अर्थ है किसी चीज या स्थिति के प्रति अत्यधिक और बेतुका डर। कई बार यह डर इतना गंभीर होता है कि व्यक्ति के रोजमर्रा के जीवन को प्रभावित कर सकता है। यहां हम कुछ बेहद विचित्र और दुर्लभ फोबियाओं के बारे में चर्चा करेंगे, जिनके बारे में आपने शायद ही सुना होगा। (Photo Source: Pexels)
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हैफेफोबिया (Haphephobia) – छूने का डर
कुछ लोगों को जब कोई छूता है, तो वे गहरे तनाव और घबराहट का अनुभव करते हैं। यह किसी दर्दनाक अनुभव, ट्रॉमा या सामाजिक चिंता के कारण हो सकता है। (Photo Source: Pexels) -
हैफेफोबिया से पीड़ित लोग दूसरों से शारीरिक संपर्क से बचने की कोशिश करते हैं, जिससे उनकी सामाजिक जिंदगी प्रभावित हो सकती है। (Photo Source: Pexels)
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डोराफोबिया (Doraphobia) – पशुओं की फर को छूने का डर
क्या आपने कभी किसी ऐसे व्यक्ति को देखा है जो कुत्ते या बिल्ली के पास जाने से भी डरता है? दरअसल, डोराफोबिया वाले लोग जानवरों की मुलायम फर को छूने में असहज महसूस करते हैं। (Photo Source: Pexels) -
यह डर अक्सर पिछले अनुभवों, जैसे एलर्जी या बचपन के किसी डरावने अनुभव से जुड़ा हो सकता है। (Photo Source: Pexels)
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एरेमोफोबिया (Eremophobia) – अकेले रहने का डर
एरेमोफोबिया से पीड़ित लोग अकेले रहने पर अत्यधिक बेचैनी और घबराहट महसूस करते हैं। (Photo Source: Pexels) -
उन्हें हमेशा किसी का साथ चाहिए होता है, क्योंकि अकेलेपन का विचार ही उन्हें डराता है। यह फोबिया डिप्रेशन और एंग्जायटी से भी जुड़ा हो सकता है। (Photo Source: Pexels)
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एर्गोफोबिया (Ergophobia) – काम करने का डर
एर्गोफोबिया का मतलब है काम करने या किसी पेशेवर माहौल में रहने का अत्यधिक डर। यह किसी खराब कार्य अनुभव, अत्यधिक तनाव या परफेक्शनिज्म (हर चीज को सही करने की इच्छा) के कारण हो सकता है। (Photo Source: Pexels) -
ऐसे लोग कार्यस्थल पर जाने से बचते हैं और नौकरी छोड़ने तक की स्थिति आ सकती है। (Photo Source: Pexels)
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हाइप्नोफोबिया (Hypnophobia) – नींद से डर
अधिकतर लोग रात में चैन से सोना पसंद करते हैं, लेकिन कुछ लोग ऐसे भी होते हैं जिन्हें सोने से डर लगता है। इस स्थिति को हाइप्नोफोबिया कहा जाता है। (Photo Source: Pexels) -
वे यह सोचकर परेशान रहते हैं कि नींद में वे नियंत्रण खो देंगे या बुरे सपने आएंगे। यह डर अनिद्रा (insomnia) और मानसिक स्वास्थ्य समस्याओं का कारण बन सकता है। (Photo Source: Pexels)
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ब्रोंटोफोबिया (Brontophobia) – गरजते बादलों का डर
तेज आवाज वाले तूफान और बिजली की गड़गड़ाहट कई लोगों के लिए डरावने होते हैं, लेकिन ब्रोंटोफोबिया से पीड़ित लोगों के लिए यह डर असहनीय हो सकता है। (Photo Source: Pexels) -
तेज गरज-चमक की आवाज सुनते ही वे घबराने लगते हैं और पैनिक अटैक तक आ सकता है। यह डर बचपन के अनुभवों या प्रकृति से जुड़े भय के कारण हो सकता है। (Photo Source: Pexels)
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काकोर्राफियोफोबिया (Kakorrhaphiophobia) – असफलता का डर
कई लोग असफलता से बचने के लिए मेहनत करते हैं, लेकिन कुछ लोग असफलता की सोच मात्र से इतना डर जाते हैं कि वे किसी भी चुनौतीपूर्ण काम में हाथ डालने से बचते हैं। (Photo Source: Pexels) -
काकोर्राफियोफोबिया से ग्रस्त व्यक्ति किसी भी नये काम की कोशिश करने से पहले ही हार मान लेते हैं क्योंकि वे असफल होने की कल्पना से ही डर जाते हैं। (Photo Source: Pexels)
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