भारत के पहले प्रधानमंत्री पंडित जवाहर लाल नेहरू की 126वीं जयंती पर उनके बारे में काफी कुछ लिखा, कहा और सुना जा रहा है। कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी पीएम नरेंद्र मोदी को उनसे सीख लेने की बात कह रही हैं, तो वहीं बीजेपी अपने तर्क दे रही है। कई अखबारों में कॉलम भी छप रहे हैं, लेकिन हम आपके लिए लेकर आए हैं- शंकर के कार्टूंस। ये वो कार्टून हैं, जिनकी अपने जमाने में खूब चर्चा होती थी। शंकर ने जवाहर लाल नेहरू पर करीब 1500 कार्टून बनाए। वह 1932 में दिल्ली आए थे और करीब 14 साल हिंदुस्तान टाइम्स के साथ जुड़े रहे। इसे संयोग ही कहेंगे कि नेहरू भी इसी दौर में राष्ट्रीय पटल पर उभरकर सामने आए। शंकर ने 1948 में अपने वीकली की शुरुआत की थी और उसका पहला अंक किसी और ने नहीं बल्कि प्रधानमंत्री जवाहर लाल नेहरू ने ही रिलीज किया था। 5 अक्टूबर 1952: महात्मा गांधी की बर्थ एनिवर्सरी, तस्वीरों में अरुणा आसिफ अली, एके गोपलन, नेहरू, अशोक मेहता और आचार्य कृपलानी। -
12 जुलाई 1953 : यूएन ठीक से प्रतिक्रिया नहीं देता
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प्लीज यॉरसेल्फ/4 दिसंबर 1949 : अपनी कैबिनेट और कांग्रेसियों के बीच विवाद सुलझाने के लिए नेहरू ने जन गण मन को राष्ट्रीय गान और वंदेमातरम को राष्ट्रीय गीत बना दिया
नेशनल इंटीग्रेशन/ 8 जनवरी 1961: कार्टून में नेहरू के साथ गोविंद वल्लबपंत, जगजीवन राम, लाल बहादुर शास्त्री, मोरारजी देसाई, संजीव रेड्डी और कृष्णा मेनन दिखाई दे रहे हैं। -
15 मई 1949 : अंतरराष्ट्रीय मंच पर भारत की प्रतिष्ठा काफी बढ़ी है
द फर्स्ट राउंड/19नवंबर 1950 : आम चुनाव टल गया कृष्ण जंयती/6 सितंबर 1953: सांसद पीएम की इस बात से खुश हैं कि गौसुरक्षा होनी चाहिए। जो लोग गौहत्या पर प्रतिबंध चाहते हैं, उनमें पुरुषोत्तम दास टंडन, श्यामा प्रसाद मुखर्जी और एमए अयंगर