-
बॉलीवुड एक्टर रनवीर सिंह भले ही इन दिनों सुपरस्टार माने जाते हो। लेकिन उनका बॉलीवुड में आना और यहां पर जगह बनाने के लिए उन्होंने काफी तकलीफें सहीं। उन्होंने बताया कि जिंदगी में सब कुछ आसान नहीं होता है। हाल ही में 'फिल्मफेयर ' मैगजीन को दिए इंटरव्यू में रनवीर ने अपने दिल के छुपे राज खोलते हुए बताया कि दुनिया बहुत बेरहम है। यहां आपकी संवेदनाओं की कद्र नहीं होती। (Photo: Express Archive)
-
रनवीर ने बताया,'मुझे भी कई कठिन अनुभव झेलने पड़े। सब कुछ आसान नहीं था। मुझे भी लंबी और गहरी अशांति और पैसों की कमी के दौर से गुजरना पड़ा। मेरा मजाक उड़ाया गया। मुझे नस्लवाद और अपमान झेलना पड़ा। इसलिए मैं इस बात में विश्वास करता हूं: जिससे भी आप मिलते हैं उसके प्रति दयालु रहें क्योंकि हर कोई अपनी-अपनी लड़ार्इ लड़ रहा है।' (Photo: Express Archive)
-
रनवीर सिंह ने कहा कि वे काफी संवेदनशील हैं। इतना संवेदनशील होना अच्छा नहीं होता क्योंकि आप इस बुरी दुनिया में दया के पात्र बन जाते हैं। उनके हर समय हंसते रहने के सवाल पर रनवीर ने बताया, 'मैं अतिवादी हूं। मेरी भावनाएं भी एक्सट्रीम हैं। मैं अपनी होशियारी को छुपा लेता हूं क्योंकि मुझे लगता है इसके चलते लोग आपसे दूर हो जाते हैं। कई बार मैं बुद्धू बनता हूं क्योंकि बुद्धू ज्यादा पसंद किए जाते हैं।' (Photo: Express Archive)
-
रणवीर की सफलता की कहानी बेहद रोचक है, लेकिन उनके संघर्ष की कहानी भी कम दिलचस्प नहीं है। हाल ही में उन्होंने एक टीवी चैनल के प्रोग्राम में अपने संघर्ष के दिनों को याद करते हुए बताया कि कैसे उनके पिता ने उन्हें हीरो बनाने के लिए अपना घर, कार सब बेच दिया था। (Photo: Express Archive)
-
रणबीर को बॉलीवुड में हीरो बनाने के लिए उनके पिता जगजीत सिंह भगनानी ने सबकुछ दांव पर लगा दिया था। उन्होंने अपना घर और कार बेच दी थी। एक्टिंग क्लास, पोर्टपोलियो, ट्रेनर इस सब के लिए पैसा नहीं था, लेकिन पिता से सबकुछ कराया। जब रणवीर स्ट्रगल कर रहे थे, तब उनके पिता बस से सफर किया करते थे। उन्होंने रणवीर को हर वो चीज मुहैया कराई, जिसकी उन्हें जरूरत थी।
-
रणवीर ने बताया कि साल 2006 की बात है। जब वह इंडस्ट्री में काम करने के लिए संघर्ष कर रहे थे। इसी दौरान वह बॉलीवुड के एक मशहूर कॉस्टिंग डायरेक्टर से मिले थे, जो नए कलाकारों को फिल्मों में काम दिलाने का झांसा देकर उनका शारीरिक शोषण करता था। रणवीर सिंह ने बताया कि उनका घर अंधेरी में था। जब रणवीर उनके घर पहुंचे तो उन्हें कुछ अजीब लग रहा था। वो डायरेक्टर बालकनी में खड़े होकर रणवीर को अपने पास बुला रहे थे। रणवीर ने बताया कि उनके घर की दीवार पर अजीब सी पेंटिंग थी। जिस पर लिखा था ‘you will not win if don’t giving'। रणवीर ने जब उन्हें पोर्टफोलियो दिखाया तो उन्होंने उसे देखा और साइड में कर दिया और आगे आकर उन्होने मुझे बोले you have to be smart you have to be sexy। इसके बाद रणवीर वहां से निकल गए। (Photo: Express Archive)
-
रणवीर सिंह ने कहा कि जब से उन्हें दुनियादारी की समझ आई, तभी से वह हीरो बनना चाहते थे। उन्होंने बताया कि बचपन में जब आंटी उनके गाल खींचकर पूछती थीं कि बेटा बड़े होकर क्या बनोगे, तब रणवीर कहते थे आंटी मैं तो हीरो ही बना था। ( बड़ी बहन के साथ रनवीर सिंह)
-
रणवीर ने अपना पहला परफॉर्मेंस 'जुम्मा-जुम्मा' गाने पर दिया था। तब वह सात साल के थे और बगीचे में दादी के सामने डांस किया था। रणवीर यह भी बताते हैं कि उन्हें हीरो बनने की प्रेरणा उनकी दादी ने दी, जो कि हमेशा से अमिताभ बच्चन की फैन रहीं। रणवीर की दादी हमेशा उनसे कहती थीं कि उन्हें अमिताभ जैसा बनना है। (Photo: Express Archive)
-
रणवीर ने कहा कि इस बारे में अपनी राय ट्विटर पर जाहिर कर चुके हैं।
-
रणवीर ने 2010 में पृथ्वी थिएटर ज्वाइन किया था। वह सुबह आठ बजे से पहले थिएटर पहुंच जाते और रात को 11 बजे तक वहीं रहते। मशहूर एक्टर मकरंद देशपांडे रणवीर की एनर्जी देखकर घबरा जाते थे और उनसे बचा करते थे। मकरंद देशपांडे ने बताया कि शुरुआत में उन्हें लगता था, कि वह रणवीर को इग्नोर करेंगे तो ठीक रहेगा। (Photo: Express Archive)
'कविता भाग गई' प्ले की रिहर्सल के दौरान रणवीर कुर्सी लगाते थे, झाड़ू लगाते थे, एक्टर्स के लिए समोसे लाते थे और रिहर्सल खत्म होने के बाद सफाई भी करते थे। पृथ्वी थिएटर में एक साल 8 महीने गुजारने के बाद उन्होंने फिल्मों में आने की तैयारी शुरू कर दी। (Photo: Express Archive) -
रणवीर ने बताया कि उन्होंने 21-23 साल की उम्र में कई फिल्में छोड़ दी थीं। उन्होंने बताया कि उन्हें ये फिल्में पसंद नहीं आई थीं। जिन फिल्मों को उन्होंने छोड़ दिया था वे 10-15 करोड़ के बजट की बड़ी फिल्म थीं। उन्हें डर भी लगा रहा था। लेकिन रणवीर को वो 'बैंड बाजा बारात' के लेवल की फिल्में नहीं लगी थीं।
-
रणवीर सिंह ने अली अब्बास जफर से मदद मांगी। वह यशराज फिल्म्स में असिस्टेंट डायरेक्टर थे। रणवीर ने जफर से कहा कि तुम मुझे सिर्फ एक ऑडिशन दिला दो। यशराज के कास्टिंग डायरेक्टर शानू ने सात-आठ कॉल किए, यह बताने के लिए आदित्य चोपड़ा उनसे मिलना चाहते हैं। लेकिन रणवीर ने फोन नहीं उठाया। इसके बाद शानू ने उन्हें मैसेज किया और तब जाकर रणवीर ने अनुष्का शर्मा के साथ ऑडिशन दिया। लेकिन रणवीर के ऑडिशन अच्छे नहीं जा रहे थे। इसके बाद आदित्य ने उनसे कहा कि तुम्हारे पास लास्ट चांस है, ये कैमरा टेस्ट अच्छे से किया तो फिल्म तुम्हें मिल जाएगी। आदित्य चोपड़ा ने रणवीर से कहा कि मैं आपमें 25-35 साल का कॅरियर देखता हूं। (Photo: Express Archive)
-
अब आदित्य चोपड़ा रनवीर सिंह को लेकर 'बेफिक्रे' नाम से फिल्म बना रहे हैं। इसमें हीरोइन वाणी कपूर हैं। रोचक बात है कि आदित्य चोपड़ा पहली बार बिना शाहरुख खान के फिल्म बना रहे हैं। इससे पहले उन्होंने तीन फिल्में बनाई थी, दिलवाले दुल्हनियां ले जाएंगे, मोहब्बतें और रब ने बना दी जोड़ी। इन तीनों में शाहरुख मेन लीड में थे। (Photo Source: Social Media)