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बॉलीवुड की दुनिया जितनी ग्लैमरस है उतनी ही दुखदाई भी है। सुशांत सिंह राजपूत की मौत के बाद हिंदी सिनेमा का काला चिट्ठा आप सबके सामने है। यहां आकर कईयों को नाम, फेम, पैसा सारे एशो-आराम मिले तो कई लोग ऐसे भी हुए जिन्हें मंजिल और मुकाम दोनों हासिल हुआ फिर भी वे या तो जमीं पर आ गिरे या फिर दुनिया छोड़कर ही चल बसे। जी हां, इस ग्लैमर वर्ल्ड में कब कोई अर्श से फर्श पर आ जाए किसी को कुछ पता नहीं चलता। कुछ लोग साजिशों का शिकार होते हैं तो कुछ बुरी आदतों का। आज हम आपको ऐसी ही एक सुपर मॉडल के बारे में बता रहे हैं जिसकी खूबसूरती की तुलना माधुरी से की जाती थी। दरअसल, यहां बात हो रही है गीतांजलि नागपाल के बारे में। एक दौर में गीतांजलि एक उभरती कलाकार थी लेकिन बुरी लतों के चलते इन्होंने अपना सब तबाह कर लिया। जानिए अर्श से फर्श पर कैसे पहुंची थीं गीतांजलि नागपाल।
90 के दशक के गीतांजलि वो शख्स़ियत थीं जिन्होंने पूर्व मिस यूनिवर्स सुष्मिता सैन के साथ रैंप वॉक किया था। उनकी खूबसूरती के चलते ही उन्हें फिल्मों में काम मिलना शुरू हुआ। 90 के दशक में गीतांजलि का नाम मॉडलिंग की दुनिया में काफी बड़ा था। हरियाणा के हिसार से ताल्लुक रखने वाले गीता के पिता इंडियन नेवी में ऑफीसर थे और मां हाउस वाइफ। गीता की शुरुआती पढ़ाई बैंगलौर के Mount Carmel हुई। इसके बाद दिल्ली के लेडी श्रीराम कॉलेज से उन्होंने ग्रेजुएशन किया। चूंकि गीतांजलि बेहद खूबसूरत थीं इसलिए उन्होंने फैशन डिजाइनिंग का कोर्स भी किया था। ग्लैमर की दुनिया में जब गीताजंलि को कामयाबी मिली तो इसी बीच उन्होंने अपने पेरेंट्स के खिलाफ जाकर जर्मन लड़के से शादी रचाई जिससे उनका एक बेटा हुआ अर्थर। हालांकि बाद में गीतांजलि ने इस रिश्ते को भी तोड़ दिया। उनके पूर्व पति बेटे संग अब भी जर्मनी में रहते हैं। -
कुछ साल बाद गीता गोवा पहुंचीं जहां पर उनकी एक ब्रिटिश लड़के से मुलाकात हुई। दोनों के बीच प्यार हुआ और फिर गीता अपने ब्रिटिश बॉयफ्रेंड संग दिल्ली के एक सस्ते गेस्टहाउस में रहने लगीं। इन्हीं दिनों गीतांजलि एक लत की शिकार भी हो चुकी थीं।
उन्हें बॉलीवुड में कामयाबी मिली लेकिन जल्दी हाथ से चली भी गई। शराब और ड्रग्स के सेवन से गीताजंली ने अपने करियर को पूरी तरह से तबाह कर दिया। 2007 में गीतांजलि को सड़कों पर भीख मांगते देखा गया था। -
आर्थिक तंगी से परेशान होकर गीतंजलि ने घरों में नौकारानी का काम भी किया। बाद में वो यह काम भी ठीक से नहीं कर पाईं तो हालात इतने बिगड़ गए कि वह सड़कों और पार्क में रातें गुजारने के लिए बेबस हो गईं थीं। गीता को कई लोग साइको बताने लगे थे तब पुलिस उन्हें पकड़कर थाने ले गई और अस्पताल भेज दिया। साइकाइट्रिस्टों ने चैकअप के बाद बताया कि वह क्वॉलिस गाड़ी से बाहर नहीं उतरना चाह रही थीं।
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साल 2007 में गीतांजलि को दिल्ली के हौज खास विलेज में देखा गया था। साल 2008 में रिलीज हुई मधुर भंडारकर की फिल्म फैशन भी गीतांजलि नागपाल की जिंदगी पर थीं। इस फिल्म में कंगना रनौत का किरदार गीतांजलि नागपाल की लाइफ पर ही पूरी तरह से आधारित था। इसी साल गीताजंली ने दुनिया को अलविदा कहा था।