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पश्चिम बंगाल में लोकसभा चुनाव प्रचार के दौरान बांग्लादेशी अभिनेता फिरदौस अहमद के तृणमूल कांग्रेस (टीएमसी) के कैंपेन में शामिल होने के बाद राजनीतिक विवाद छिड़ गया। भारतीय जनता पार्टी ने इस बाबत चुनाव आयोग (ECI) से संपर्क किया है। बीजेपी ने विदेशी नागरिक को चुनाव प्रचार में शामिल करने को लेकर टीएमसी पर आदर्श आचार संहिता (एमसीसी) का उल्लंघन करने का आरोप लगाया है। दरअसल फिरदौस अहमद को उत्तरी दिनाजपुर में रायगंज लोकसभा सीट से टीएमसी उम्मीदर कन्हैया लाल अग्रवाल के लिए प्रचार करते देखा गया। इस दौरान बंगाली एक्टर्स अंकुश और पायल के साथ अहमद को करंडीघी से इस्लामपुर तक एक रोड शो करते देखा गया। हालांकि मामला ज्यादा बढ़ने पर बांग्लादेश सरकार ने सभी एक्टर्स को देश वापस बुला लिया है।
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भाजपा नेता प्रताप बनर्जी ने टीएमसी पर आरोप लगाते हुए कहा था, 'यह अवैध है। हम तृणमूल के खिलाफ कार्रवाई चाहते हैं। हमने चुनाव आयोग का भी दरवाजा खटखटाया है।'
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वहीं भाजपा नेता शिशिर राजोरिया ने कहा, 'ममता बनर्जी के लिए यह स्पष्ट रूप से स्थापित है कि उनके लिए सब कुछ सीमा पार से आएगा। वह हमेशा से राष्ट्रीय नागरिक रजिस्टर (NRC) का विरोध करने वालों का स्वागत किया है।' पश्चिम बंगाल के भाजपा प्रमुख दिलीप घोष ने भी टीएमसी के इस कदम की निंदा की।
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घोष ने कहा कि, 'टीएमसी के लिए एक विदेशी कैसे अभियान में हिस्सा ले सकता है। कल वे पाकिस्तान के प्रधानमंत्री इमरान खान को भी अपने प्रचार के लिए आमंत्रित करेंगी। हम इसकी घोर निंदा करते हैं, क्योंकि एक बांग्लादेशी फिल्म स्टार को भारत के सबसे बड़े लोकतांत्रिक त्योहार का हिस्सा नहीं होना चाहिए। टीएमसी हमलोगों से डरी हुई है, इसलिए विदेशी कलाकारों प्रचार के लिए यहां ला रहे हैं।'
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बता दें कि फिरदौस बांग्लादेश और पश्चिम बंगाल के करीब 200 फिल्मों में काम कर चुके हैं। कुछ समय के लिए वह मॉडलिंग भी कर चुके हैं। वह एक फिल्म प्रोडक्शन कंपनी (नुजहत फिल्मस) के मालिक भी हैं। उन्होंने ढाका विश्वविद्यालय से जन संचार और पत्रकारिता में ग्रेजुएशन किया हैं।