-

पूर्व राष्ट्रपति एपीजे अब्दुल कलाम का पार्थिव शरीर बुधवार को यहां उनके गृहनगर लाया गया, जहां बड़ी संख्या में लोग अपने दिवंगत नेता की एक झलक पाने के लिए जमा थे। पार्थिव शरीर लेकर आया हेलिकाप्टर दोपहर करीब चार बजे यहां पहुंचा। हेलीकाप्टर यहां से करीब दस किलोमीटर दूर मंडपम में विशेष रूप से बनाए हेलिपैड पर उतरा। (फोटो: भाषा)
-
पूर्व राष्ट्रपति का पार्थिव शरीर विशेष विमान से नई दिल्ली से मदुरै लाया गया। शहरी विकास मंत्री वेंकैया नायडू और रक्षा मंत्री मनोहर पर्रीकर भी पार्थिव शरीर के साथ आए हैं। यहां उनके मंत्रिमंडलीय सहयोगी पी राधाकृष्णन मौजूद थे। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी कल रामेश्वरम में पूर्व राष्ट्रपति एपीजे अब्दुल कलाम के अंतिम संस्कार में हिस्सा लेंगे। (फोटो: भाषा)
-
रामेश्वरम में तिरंगे में लिपटा कलाम का पार्थिव शरीर सड़क मार्ग से सेना के एक वाहन से लाया गया। करीब दस किलोमीटर लंबे इस मार्ग के दोनों ओर बड़ी संख्या में लोग अपने प्रिय नेता की एक झलक पाने और उन्हें श्रद्धांजलि देने के लिए मौजूद थे। कलाम के परिवार के कुछ सदस्य भी हेलीपैड पर मौजूद थे। (फोटो: भाषा)
-
तमिलनाडु की मुख्यमंत्री जयललिता द्वारा प्रतिनियुक्त राज्य के मंत्रियों के अलावा द्रमुक नेता एमके स्टालिन सहित कई गणमान्य लोग उस समय मौजूद थे, जब कलाम का पार्थिव शरीर यहां लाया गया। (फोटो: भाषा)
-
हेलिकाप्टर के उतरते ही कुछ लोग हेलिपैड की ओर दौड़ पडे और कुछ क्षणों के लिए हंगामे जैसी स्थिति बन गई। लेकिन सुरक्षाकर्मियों ने सुचारू तरीके से स्थिति पर काबू पा लिया। (फोटो: भाषा)
-
राज्य सरकार के एक अधिकारी ने बताया कि पार्थिव शरीर एक स्थानीय मस्जिद में भी ले जाया जाएगा। शहर में करीब दो हजार पुलिसकर्मी और सुरक्षाकर्मी तैनात किए गए हैं। (फोटो: भाषा)
-
उधर इससे पहले दिल्ली में केंद्रीय मंत्री एम वेंकैया नायडू ने पालम तकनीकी क्षेत्र में संवाददाताओं से कहा कि प्रधानमंत्री भी रामेश्वरम जा रहे हैं। (फोटो: भाषा)
-
सूत्रों ने बताया कि प्रधानमंत्री सुबह रवाना होंगे और 11 बजे पूर्व राष्ट्रपति के अंतिम संस्कार में हिस्सा लेंगे। वेंकैया ने बताया कि कुछ मंत्री भी रामेश्वरम में पूर्व राष्ट्रपति के अंतिम संस्कार में हिस्सा लेने जाएंगे। भारत रत्न से सम्मानित मिसाइल मैन डा. कलाम को श्रद्धांजलि देते हुए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अपने ब्लाग में लिखा, ‘भारत ने अपने रत्न को खो दिया।’ (फोटो: भाषा)
-
उन्होंने लिखा, ‘एक ऐसे व्यक्ति जिन्हें वास्तव में हम प्यार करते हैं और लोगों के बीच उन्हें सम्मान से देखा जाता है….उन्होंने भौतिक वस्तुओं के आधार पर सफलता को कभी नहीं आंका।’ प्रधानमंत्री ने कहा कि उनके लिए वैज्ञानिक और आध्यात्मिक अर्थो में गरीबी से मुकाबला ज्ञान धन था। उन्होंने कलाम को एक ऐसे व्यक्ति के रूप में याद किया जिन्होंने दुनिया से काफी कम लिया और समाज को जितना दे सकते थे उतना दिया। (फोटो: भाषा)
-
कलाम को भारतीय प्रतिरक्षा का ‘हीरो’ बताते हुए प्रधानमंत्री ने कहा कि हमारी परमाणु और अंतरिक्ष उपलब्धियों में उनके योगदान से दुनिया में भारत विश्वास के साथ स्थान बना सका। उन्होंने कहा कि पूर्व राष्ट्रपति परिस्थितियों से कभी हार नहीं मानते थे और आदर्शवाद सुरक्षित रहा क्योंकि उसका आधार यथार्थवाद था। (फोटो: भाषा)
-
मोदी ने कहा कि कलाम दुनिया के नेताओं से लेकर युवा छात्रों तक सभी के साथ एक समान सहजता से पेश आते थे। (फोटो: भाषा)