-

90 के दशक में बॉलीवुड की मशहूर अदाकारा रहीं ममता कुलकर्णी अब अध्यात्म और धर्म की राह पर चल पड़ी हैं। फिल्म इंडस्ट्री को अलविदा कह चुकीं ममता कुलकर्णी ने हाल ही में प्रयागराज के महाकुंभ 2025 में संन्यास की दीक्षा लेकर सबको चौंका दिया। हाल ही में ममता कुलकर्णी ने संन्यास ग्रहण कर लिया और किन्नर अखाड़े की महामंडलेश्वर बनने की रस्म निभाई। (Photo Source: @mamtakulkarniofficial____/instagram)
-
महाकुंभ में संन्यास की दीक्षा
ममता कुलकर्णी महाकुंभ के दौरान भगवा वस्त्रों में साध्वी के रूप में नजर आईं। उन्होंने गले में रुद्राक्ष की माला, कंधे पर झोला और साध्वी का पारंपरिक भगवा वस्त्र धारण कर किन्नर अखाड़े की आध्यात्मिक परंपराओं को निभाया। महाकुंभ के पवित्र आयोजन में ममता ने किन्नर अखाड़े की आचार्य महामंडलेश्वर डॉ. लक्ष्मी नारायण त्रिपाठी से मुलाकात की और उनका आशीर्वाद लिया। (Photo Source: @mamtakulkarniofficial____/instagram) -
ममता नंद गिरी का नया नाम
साध्वी बनने के बाद ममता कुलकर्णी को अब ममता नंद गिरी के नाम से जाना जाएगा। उन्होंने महाकुंभ में संन्यास की दीक्षा लेने के बाद किन्नर अखाड़े में अपनी भूमिका निभाने की प्रतिबद्धता जताई। इसके साथ ही उन्हें महामंडलेश्वर का पद भी सौंपा गया। -
जीवित पिंडदान की प्रक्रिया
महाकुंभ की परंपराओं के अनुसार, ममता कुलकर्णी ने संन्यास की विधिवत प्रक्रिया पूरी की, जिसमें सबसे अहम रस्म जीवित पिंडदान की गई। यह रस्म संन्यास ग्रहण करने वालों के लिए महत्वपूर्ण मानी जाती है। इसके जरिए व्यक्ति सांसारिक जीवन से पूरी तरह मुक्त होकर आध्यात्मिक जीवन की शुरुआत करता है। (Photo Source: @mamtakulkarniofficial____/instagram) -
महाकुंभ में ममता का अनुभव
महाकुंभ में ममता कुलकर्णी ने अपने अनुभव शेयर करते हुए कहा, “महाकुंभ में आना मेरे लिए सौभाग्य की बात है। यह आयोजन दिव्यता और अध्यात्म का प्रतीक है, और इसका हिस्सा बनना मेरे जीवन का यादगार अनुभव है।” (Photo Source: @mamtakulkarniofficial____/instagram) -
ममता कुलकर्णी ने अखाड़े में करीब एक घंटे का समय बिताया, जिसमें उन्होंने धर्म और अध्यात्म से जुड़े कई विषयों पर चर्चा की। महाकुंभ की भव्यता और उसकी गहरी आध्यात्मिक महत्व को लेकर ममता ने कहा, “यह आयोजन भारतीय संस्कृति की गहराई को दर्शाता है और आंतरिक शांति का माध्यम भी है।” (Photo Source: @mamtakulkarniofficial____/instagram)
-
बॉलीवुड से अध्यात्म की राह तक का सफर
90 के दशक में ममता कुलकर्णी बॉलीवुड की टॉप एक्ट्रेसेज में से एक थीं। उनकी ग्लैमरस छवि और हिट फिल्मों ने उन्हें इंडस्ट्री में एक अलग पहचान दिलाई। लेकिन अचानक उन्होंने फिल्मी दुनिया से दूरी बना ली। ममता का नाम अंडरवर्ल्ड से जुड़े विवादों में भी सुर्खियों में रहा। इन सबके बावजूद उन्होंने खुद को धर्म और अध्यात्म के प्रति समर्पित कर दिया। (Photo Source: @mamtakulkarniofficial____/instagram) -
आध्यात्मिक जीवन की नई शुरुआत
ममता कुलकर्णी का यह कदम न केवल बॉलीवुड बल्कि आध्यात्मिक दुनिया में भी चर्चा का विषय बन गया है। उनके इस निर्णय ने यह साबित कर दिया कि जीवन में किसी भी मोड़ पर बदलाव संभव है। महाकुंभ 2025 में उनकी उपस्थिति ने इस आयोजन को और अधिक भव्य और यादगार बना दिया।
(यह भी पढ़ें: नई जोड़ियों और बड़े स्टार्स के साथ फरवरी में रिलीज होंगी ये 7 बड़ी फिल्में, लगेगा ऐतिहासिक, रोमांटिक और कॉमेडी का तड़का)