उत्तर प्रदेश के कासगंज में हुई वारदात के बाद योगी आदित्यनाथ की सरकार माफियाओं के खिलाफ एक्शन में आ गई है। सरकार ने 700 करोड़ की संपत्ति जब्त कर ली है। डीजीपी एचसी अवस्थी ने कहा कि शराब माफियाओं के के अब दिन गिने हुए हैं। वे भाग जाएं या जेल जाने को तैयार रहें।
डीजीपी ने कहा कि यूपी के माफिया के खिलाफ पिछले काफी अर्से से अभियान चल रहा है। हमने इनकी 700 करोड़ से अधिक की संपत्ति जब्त की है। डीजीपी ने कहा कि कासगंज मामले को बहुत गंभीरता से लिया गया है। कासगंज में शराब माफिया के खिलाफ अभियान के तहत टीम कार्रवाई करने गई थी। जो ऐसा दुस्साहस कर रहे हैं उनको कानूनी प्रक्रिया के तहत कड़ी सजा दिलाएंगे। ध्यान रहे कि पुलिस पर शराब माफिया के हमले और सिपाही की मौत के बाद योगी सरकार और यूपी पुलिस की जमकर किरकिरी हो रही है।
उ. प्र. के संगठित माफिया के खिलाफ कई महीनों से अभियान चल रहा है। हमने इनकी 700 करोड़ से अधिक की संपत्ति ज़ब्त की है। शराब माफियाओं के खिलाफ सैकड़ो मामलों में हमने बरामदगी की है। हमारा उनको साफ संदेश है कि उनके दिन गिने हुए हैं, वे भाग जाएं या जेल में स्थान पाएं: उ.प्र. के DGP https://t.co/IBbTxXgHRo
— ANI_HindiNews (@AHindinews) February 10, 2021
ध्यान रहे कि कासगंज में सिढ़पुरा थाना क्षेत्र के नगला धीमर गांव में मंगलवार की रात दरोगा अशोक पाल और सिपाही देवेंद्र पर शराब माफिया मोती और एलकार ने छह अन्य साथियों के साथ मिलकर हमला किया था। दरोगा को मरा हुआ समझकर वो काफी दूर तक घसीटकर ले गए। शराब माफिया के हमले में सिपाही देवेंद्र की मौत हो गई। जबकि दरोगा अशोक पाल गंभीर रूप से घायल हो गए। बदमाश दोनों के पिस्टल और कारतूस लूट ले गए। पुलिस ने केस दर्ज करके मोती और उसके भाई एलकार को नामजद किया था।
उसके बाद बुधवार को पुलिस ने मुठभेड़ में शराब माफिया मोती के भाई एलकार को ढेर कर दिया। पुलिस और शराब माफिया के बीच सुबह मुठभेड़ हुई। इसमें शराब माफिया मोती के भाई एलकार सिंह को गोली लगी और वह मारा गया। डीजीपी का कहना है कि पुलिस ने त्वरित कार्रवाई करके शराब एक माफिया को मार गिराया। बाकियों की तलाश के लिए अभी छापेमारी की जा रही है। उनका दावा है कि पुलिस सिपाही देवेंद्र के हत्यारों को किसी सूरत में छोड़ने नहीं वाली। उन्हें कानून के तहत सजा दी जाएगी।