पलवल के नेताजी सुभाष चंद बोस स्टेडियम में कार्यरत वॉलीबॉल कोच की करतूतों से तंग महिला जूनियर हॉकी खिलाड़ी व महिला कोच ने महिला पुलिस थाने में शिकायत दर्ज कराई है। पुलिस ने बताया कि शिकायत में मुख्य समस्या बाथरूम की आई है। सुभाष चंद्र बोस स्टेडियम में हॉकी की प्रैक्टिस करने वाली जूनियर महिला हॉकी खिलाड़ी ने बताया कि वह रोजाना शाम को 30-40 महिला खिलाड़ियों के साथ अभ्यास करने के लिए स्टेडियम जाती है। वहां उन्हें महिला कोच झज्जर निवासी ज्योति हॉकी का प्रशिक्षण देती है।

जब वे स्टेडियम में प्रैक्टिस करती हैं तो वहां तैनात वॉलीबॉल कोच भूषण उनके साथ अभद्र व्यवहार करता है और जाति सूचक शब्दों से संबोधित करता है। उन्होंने बताया कि स्टेडियम में जिला खेल अधिकारी कार्यालय में दो शौचालय हैं। उनमें से एक कार्यालय के अंदर और दूसरा ऊपर बना हुआ है। जब कोई महिला खिलाड़ी बाथरूम जाती है तो वॉलीबॉल कोच भूषण उन्हें ऊपर वाले बाथरूम में जाने के लिए कहता है जहां हमेशा अंधेरा रहता है। आरोप लगाया गया कि कई बार वह महिला खिलाड़ियों का हाथ पकड़ कर ऊपर ले जाता है। कई बार वह वहीं शराब आदि भी पीता रहता है।

महिला हॉकी कोच ज्योति का कहना है कि इस समस्या को लेकर खिलाड़ियों ने उनसे भी कई बार शिकायत की थी। उन्होंने कई बार कोच भूषण को समझाने की कोशिश की लेकिन वह अपनी हरकतों से बाज नहीं आया। मजबूरी में उन्हें महिला थाने में शिकायत करने आना पड़ा। जिला खेल अधिकारी अशोक कुमार सैनी का कहना है कि सबसे बड़ी समस्या बाथरूम की है। उन्होंने जिला उपायुक्त को पत्र लिखा है जिसमें चार-पांच बाथरूम बनाने की मांग की गई है। महिला कोच की शिकायत उनके पास आई है। उन्होंने कहा कि कोच भूषण को समझा दिया गया है।

इस मामले में डीएसपी मौजीराम ने बताया कि शिकायत में उनके सामने मुख्य समस्या बाथरूम की आई है। मौके पर जिला खेल अधिकारी को बुला कर उनसे लिखित में ले लिया गया है कि कार्यालय के पास नीचे वाले बाथरूम को महिला खिलाड़ी प्रयोग में लेंगी। वॉलीबॉल कोच भूषण को आदेश दिए गए हैं कि वे महिला खिलाड़ियों से दूरी बना कर रखें।

वॉलीबॉल कोच भूषण का कहना है कि उनके ऊपक लगाए गए सभी आरोप निराधार हैं। ऐसी कोई बात नहीं है। हालांकि उसकी कुछ दिन पहले महिला कोच ज्योति से आपसी कहासुनी हो गई थी। महिला कोच खिलाड़ियों को मोहरा बना कर उन्हें झूठे मामले में फंसाने का प्रयास कर रही है।