प्रदर्शनकारी किसानों को दिल्ली में दाखिल होने से रोकने के लिए केंद्र सरकार ने जहां कीलें गाड़ी थीं, शुक्रवार को वहां राकेश टिकैत ने फावड़ा चलाकर फूल बो दिए। उनका यह वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है। इसमें टिकैत कई लोगों के साथ गाजीपुर में फावड़ा चलाते देखे जा रहे हैं।
21 सेकेंड के इस वीडियो को कांग्रेस नेता संजय निरूपम ने ट्विटर पर डाला है। सोशल मीडिया पर टिकैत की इस कार्यवाही को लेकर लोगों ने अलग-अलग तरह से अपनी राय जताई है। किसी ने लिखा, पूरे जोश में हैं नेताजी। किसी ने इस बात के लिए उनकी आलोचना की कि वह रास्ते पर खेती करने जा रहे हैं। किसी ने डीएम से अपील की कि वह आकर इस हरकत का संज्ञान लें तो एक यूजर का कहना था कि लगता है कि 14 फरवरी (वेलेंनटाइन डे) को कुछ बड़ा होने वाला है।
केंद्र सरकार के तीन नए कृषि कानूनों के खिलाफ पिछले लगभग ढाई महीनों से किसान आंदोलनरत हैं। 26 जनवरी की हिंसा के बाद दिल्ली पुलिस ने किसानों की आवाजाही पर रोक लगाने के लिए गाजीपुर सीमा की सड़कों पर कीलें लगवाई थीं। हालांकि, इन्हें बाद में हटवा लिया गया। कीलें हटने के बाद BKU के प्रवक्ता राकेश टिकैत ने कहा था कि दिल्ली पुलिस ने गाजीपुर बॉर्डर पर जिस जगह पर कीलें लगाई थीं वहीं पर हम फूल बोएंगे। उन्होंने इसके लिए इसके लिए दो ट्रक मिट्टी मंगवाई थी।
कबीर की पंक्तियाँ हैं-
जो तोकू काँटा बुवै,ताहि बोय तू फूल।
सरकार ने जहाँ कीलें बोयी, उसी जगह पर फूल बोने का उपक्रम करते हुए किसान नेता राकेश टिकैत।#FarmersProtest pic.twitter.com/JOJ3RMviCb— Sanjay Nirupam (@sanjaynirupam) February 5, 2021
ध्यान रहे कि राकेश टिकैत की भावुक अपील के बाद उत्तर प्रदेश और उत्तराखंड से बड़ी संख्या में किसान गाजीपुर सीमा पर आ गए थे। एहतियात के तौर पर अब यहां सुरक्षा इंतजाम लगातार पुख्ता किए जा रहे हैं। प्रदर्शन पर ड्रोन के जरिए नजर रखी जा रही है। वैसे किसानों का जमावड़ा टीकरी बार्डर के साथ सिंघु बार्डर पर भी है। लेकिन अब फिलहाल आंदोलन का सेंटर प्वाइंट गाजीपुर बनता जा रहा है।
किसानों और सरकार के बीच गतिरोध अभी कायम है। 11वें दौर की वार्ता के बाद 26 जनवरी की घटना हो गई, जिसके बाद से किसानों की घेराबंदी कर दी गई थी। हालांकि, टिकैत ने कहा है कि किसान अक्टूबर तक कहीं नहीं जाने वाले।