कांग्रेस की वरिष्ठ नेता और तीन बार दिल्ली की मुख्यमंत्री रह चुकीं शीला दीक्षित का शनिवार को 81 साल की उम्र में निधन गया। दिल्ली के एक अस्पताल में काडियक अरेस्ट के चलते उनकी मौत हुई। उनकी मौत से राजनीतिक जगत में शोक की लहर है और हर कोई उनकी तारीफ कर रहा है। बीजेपी के वरिष्ठ नेता विजय कुमार मल्होत्रा ने शीला दीक्षित की मौत पर शोक जताते हुए कहा कि, आज के समय में जब लोग जल्दी-जल्दी पार्टी बदलते हैं ऐसे में शीला दीक्षित इस बात कि उदाहरण हैं कि वह अपने अंतिम सांस तक कांग्रेस के प्रति वफादार रहीं।
लंबे समय तक उनके संग रहे राजनीतिक रिश्तों को लेकर मल्होत्रा ने बताया कि कुछ दिन पहले शीला दीक्षित को उन्होंने फोन किया और पूछा कि आपने लोकसभा चुनाव क्यों लड़ा जब आपको पता था कि समय सही नहीं है, इस पर शीला दीक्षित ने उनसे कहा कि मैं पार्टी को नाराज नहीं करना चाहती। पार्टी ने मुझे बहुत कुछ दिया है। उन्होंने मुझसे बीजेपी प्रमुख बनने और चुनाव लड़ने और बीजेपी को और आगे ले जाने की बात कही।मल्होत्रा कहते हैं कि मैंने पार्टी के प्रति इतना प्रतिबद्ध नेता नहीं देखा।
गौरतलब है कि 2019 लोकसभा चुनाव से पहले शीला दीक्षित को दिल्ली कांग्रेस का प्रमुख बनाया गया था और वह बीजेपी के मनोज तिवारी के खिलाफ उत्तर पूर्वी दिल्ली से चुनाव लड़ीं थी।हालांकि उन्हें मनोज तिवारी के सामने हार का सामना करना पड़ा।बता दें कि मल्होत्रा बीजेपी के बडे़ नेता माने जाते हैं। वह दिल्ली से पांच बार सांसद और दो बार विधायक रह चुके हैं। उनकी राजनीतिक करियर में सबसे बड़ी जीत मनमोहन सिंह के सामने हासिल हुई थी। साल 1999 में पहली बार मनमोहन सिंह चुनाव लड़ने उतरे थे। दक्षिणी दिल्ली से उन्हें मल्होत्रा ने मात दी थी।