खाकी के नाम पर खेल करना बुलंदशहर के कोतवाल को भारी पड़ गया। उन्हें इसका खामियाजा निलंबन के रूप में चुकाना पड़ा। दरअसल, शहर के लोगों की शिकायत थी कि जहांगीराबाद थाना प्रभारी रमाकांत यादव खाकी के नाम पर वसूली कर रहा था। इसके बारे में सरकार के साथ SSP को भी इत्तला दी गई। अफसरों ने जांच कराई तो सच सामने आ गया। इसकी गाज कोतवाल पर गिरी।
SSP संतोष कुमार सिंह का कहना है कि जहांगीराबाद थाना प्रभारी रमाकांत यादव को फिलहाल सस्पेंड कर दिया गया है। उनका कहना है कि कोतवाल के खिलाफ उन्हें काफी समय से सूचनाएं मिल रही थीं। शनिवार को उन्होंने खुद जहांगीराबाद जाकर पड़ताल की तो काफी सारी सूचनाएं सच पाई गईं। इसके बाद उसके खिलाफ कार्यवाही की गई। SSP का कहना है कि यादव के खिलाफ शिकायतों की जांच का जिम्मा अपर पुलिस अधीक्षक को सौंपी गई है। एक सप्ताह के भीतर उनकी रिपोर्ट आ जाएगी।
उत्तरप्रदेश के बुलंदशहर में अजब गज़ब कारनामा
SSP को अपने थानेदार की रिश्वत वाली रकम को ढूंढ़वाने के लिए रात में सर्च ऑपरेशन चलाना पड़ा #UPPolice @bulandshahrpol pic.twitter.com/ORwcNh82di
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रिश्वत की रकम तलाशने को चलाया सर्च ऑपरेशन
थाना प्रभारी ने खाकी की आड़ में कोतवाली को ही वसूली का अड्डा बनाया, आरोपी कोतवाल रमाकांत यादव को सस्पेंड कर दिया है : SSP बुलन्दशहर #UPPolice @bulandshahrpol pic.twitter.com/cxisP1vaIs
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सूत्रों का कहना है कि SSP ने आरोपों को पुष्ट करने के लिए एक बुजुर्ग को थाने भेजा तो उसका काम कराने के एवज में इंस्पेक्टर ने अपनी कार में एक हजार रुपये का पेट्रोल भरवा लिया। SSP ने बताया कि पिछले दिनों क्षेत्र में हुई मुठभेड़ में पकड़े गए गोकशी की जिसने मुखबिरी की थी, उसे इंस्पेक्टर परेशान कर रहा था। इसके अलावा कई गोकशी से वसूली कर उन्हें क्लीन चिट दे दी। यादव पर गोकशी के मामले में हजारों रुपये की रिश्वत लेने का आरोप है।
उधर, इस मामले से जुड़ा एक वीडियो तेजी से वायरल हो रहा है। इसमें पुलिस के जवान थाने के आसपास के इलाके में सर्च कर रहे हैं। सूत्रों का कहना है कि SSP को शिकायत मिली थी कि रमाकांत यादव रिश्वत की रकम थाने के आसपास छिपा देता है। यह बात भी सामने आई कि कुछ लोगों से रिश्वत की रकम SSP की रेड से ऐन पहले ली गई थी। लेकिन जब रेड की गई तो थाने में रकम नहीं मिलवी। उसके बाद आसपास के इलाके में सर्च अभियान चला।
पुलिस के सर्च अभियान का वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल है। वीडियो पर लोगों ने अपने कमेंट्स भी दिए हैं। कुछ लोगों ने इसके लिए सीधे सरकार को जिम्मेदार ठहराया है। एक यूजर ने लिखा कि राम राज है, इसमें कुछ भी संभव है। एक अन्य ने लिखा मोदी और योगी के राज में कुछ भी हो सकता है। एक व्यक्ति का कहना था कि पुलिस पर तो एतबार करना भी मुश्किल है। कुछ लोगों ने थाने में भ्रष्टाचार को सामान्य बात बताया। उनका कहना था कि इसमें नया क्या है। जो पुलिस के चंगुल में फंसता है, हकीकत उसे ही पता होती है।