भारत के लिए टोक्यो ओलंपिक में नीरज चोपड़ा ने ओलंपिक के इतिहास में भारत के लिए एथलेटिक्स का पहला मेडल या गोल्ड मेडल जीतकर अपना नाम इतिहास के पन्नों पर अमर कर दिया है। साथ ही उन्होंने अपना ये मेडल देश और दुनिया के महान एथलीट मिल्खा सिंह को समर्पित किया है।

फ्लाइंग सिख नाम से मशहूर भारत के दिग्गज धावक मिल्खा सिंह का सपना था कि ओलंपिक में भारत को एथलेटिक्स में पदक मिले। उनके जीते जी तो ये सपना नहीं पूरा हो सका लेकिन आज नीरज चोपड़ा ने उनके इस सपने को पूरा कर दिया है। इसी के साथ उन्होंने अपना गोल्ड मेडल दिवंगत मिल्खा सिंह को समर्पित भी किया है।

‘वे मुझे स्वर्ग से देखकर खुश होंगे’

टोक्यो में भारत को ट्रैक एंड फील्ड में पहला मेडल दिलाने के बाद गोल्डेन एथलीट नीरज चोपड़ा ने कहा कि, ‘मैं अपने गोल्ड मेडल को महान मिल्खा सिंह को समर्पित करता हूं। वे शायद मुझे स्वर्ग से देख रहे होंगे और देखकर खुश भी होंगे। मैं पदक के साथ मिल्खा सिंह से मिलना चाहता था।’

सभी दिग्गज भारतीय एथलीट्स को भी किया समर्पित

नीरज चोपड़ा ने जहां गोल्ड मेडल जीतकर हर भारतवासी के दिल में जगह बना ली है। वहीं उन्होंने पदक जीतने के बाद कुछ ऐसा भी किए जिससे उन्होंने हर किसी को अपने व्यक्तित्व का भी फैन बना दिया है। नीरज ने टोक्यो ओलंपिक में स्वर्ण जीतने के बाद इसे उड़नपरी पीटी ऊषा सहित उन एथलीट्स को समर्पित किया, जो ओलंपिक पदक जीतने के करीब पहुंचे लेकिन जीत नहीं पाए।


गौरतलब है कि मिल्खा सिंह का निधन हाल ही में 18 जून को कोरोना से संक्रमित होने के बाद हुआ था। उन्होंने अपने करियर में 1956 के मेलबर्न ओलंपिक, 1960 के रोम ओलंपिक और 1964 के टोक्यो ओलिंपिक में हिस्सा लिया था, लेकिन वे कभी मेडल नहीं जीत सके थे।

वे अक्सर ख्वाहिश जताते थे कि कोई भारतीय एथलीट एथलेटिक्स में गोल्ड जीते। जिसका एक वीडियो भी सोशल मीडिया पर खूब वायरल हो रहा है। आज फ्लाइंग सिख का ये सपना देश के सपूत नीरज चोपड़ा ने पूरा कर दिया है। निश्चित ही मिल्खा सिंह जहां भी होंगे वे इसे देखकर खुश हो रहे होंगे।