पेरिस आतंकी हमले के चार दिन बाद दुख की घड़ी में इंग्लैंड और फ्रांस की टीमें एकजुट हैं और मंगलवार को दोनों टीमों के बीच वेंबले स्टेडियम में होने वाले मैत्री फुटबॉल मैच के दौरान इनकी 92 साल की फुटबॉल प्रतिद्वंद्विता में नया अध्याय लिखा जाएगा। शुक्रवार को हुए इन हमलों का फुटबॉल पर काफी करीबी असर दिखा क्योंकि तीन आत्मघाती हमलावरों ने स्टेडियम डि फ्रांस के बाहर खुद को उड़ा दिया जहां फ्रांस और जर्मनी की टीमें खेल रही थी।
आतंकी हमले में मारे गए 129 लोगों में फ्रांस के मिडफील्डर लासाना दियारा का चचेरा भाई भी शामिल था जबकि टीम के उनके साथी एंटोइने ग्रीजमैन की बहन हमले में बाल बाल बची। लेकिन फ्रांस फुटबॉल महासंघ (एफएफएफ) ने कहा है कि मंगलवार को होने वाला यह मुकाबला होगा और अब इसे इस त्रासदी के खिलाफ एकजुट होने के मौके के तौर पर देखा जा रहा है।
इंग्लैंड के मैनेजर राय हाजसन ने कहा, ‘यह मैच गंभीर मौका होगा लेकिन एक ऐसा मौका भी होगा जो यह दर्शाएगा कि फुटबाल जगत ऐसी नृशंसता के खिलाफ एकजुट है। मुझे यकीन है कि इंग्लैंड की टीम और हमारे प्रशंसक अपनी भूमिका निभाएंगे और मंगलवार शाम को फ्रांस के हमारे मित्रों के साथ एकजुटता दिखाएंगे और मुश्किल के समय में दोनों टीमों का समर्थन करेंगे।’
इंग्लैंड फुटबाल संघ को इस मैच के लिए 70000 दर्शकों से ज्यादा के पहुंचने की उम्मीद है जिसमें 1400 फ्रांसीसी समर्थक भी हो सकते हैं। मुकाबले के दौरान दोनों टीमों के खिलाड़ी बांह पर काली पट्टी बांधकर खेलेंगे और मैच से पहले एक मिनट का मौन भी रखा जाएगा। कथित तौर पर शुक्रवार की घटना के बाद कुछ खिलाड़ी इतनी जल्दी खेलने को लेकर हिचक रहे थे लेकिन सभी 23 खिलाड़ी इंग्लैंड पहुंचेंगे।
पेरिस हमले के बाद ‘एकजुटता’ मैत्री मैच की मेजबानी करेगा जर्मनी
बर्लिन। पेरिस में आतंकी हमले के पीड़ितों के प्रति एकजुटता जताने के लिए जर्मनी की चांसलर एंगिला मरकेल और उनकी कैबिनेट यहां मंगलवार को नीदरलैंड के खिलाफ होने वाले मैत्री फुटबॉल मैच के दौरान मौजूद रहने की तैयारी में हैं। विश्व चैंपियन जर्मनी की टीम ने फ्रांस की राजधानी में हुए इन हमलों को काफी करीब से देखा था क्योंकि टीम जिस स्टेडियम डि फ्रांस में मेजबान टीम के खिलाफ मैत्री मैच में हिस्सा ले रही थी, उसके बाहर भी कई लोगों की जान गई थी। आतंकी हमलों से पहले जर्मनी की टीम को बम के संदेह के बाद अपना होटल बदलना पड़ा था।