रामनाथ गोयनका मेमोरियल फाउंडेशन बीते कई वर्षों से अपने वार्षिक पुरस्कारों के जरिए तीखे सवाल करने वाले पत्रकारों को सम्मानित करता रहा है। अब फाउंडेशन सवालों के अर्थपूर्ण हल खोजने के लिए भी पुरस्कार देगा। फाउंडेशन ने बुधवार को घोषणा की कि वह रामनाथ गोयनका चेंजमेकर अवार्ड्स शुरू करेगा। इसमें भारत की बेहद जटिल समस्याओं का अर्थपूर्ण समाधान खोजने वाले जिलाधिकारियों को सम्मानित किया जाएगा। द एक्सप्रेस ग्रुप के चेयरमैन व प्रबंध निदेशक विवेक गोयनका ने कहा ‘यदि रामनाथ गोयनका अवार्ड्स फॉर एक्सीलेंस इन जर्नलिज्म रामनाथ गोयनका के आदर्शों को सुदृढ़ करते हैं तो रामनाथ गोयनका चेंजमेकर अवार्ड्स उनके सुशासन व सामाजिक परिवर्तन के नजरिये के अनुरूप होंगे। परिवर्तन की यह दूरदर्शिता संविधान सभा के विचार-विमर्शों में भी उजागर हुई थी। रामनाथ गोयनका संविधान सभा के सदस्य थे और उन्होंने समानता व न्याय के लिए कई बार संविधान सभा के विचार-विमर्श में हिस्सा लिया था।’ उन्होंने कहा कि पुरस्कार और उसके लिए आवेदन करने के बारे में विस्तृत जानकारी जल्द ही घोषित की जाएगी।
इस विचार का उद्देश्य अच्छे शासन के दूतों के जमीनी कार्यों पर जश्न मनाना है। यह असर डालने वाले परिवर्तन के लिए लोगों के बेहतरीन विचारों व युवा नौकरशाहों की महत्वपूर्ण भूमिका को स्वीकारना है। यह पुरस्कार नवोन्मेषी परिचय या प्रबंधन या सरकारी योजनाएं शानदार ढंग से बनाने, विचारों और परियोजनाओं से अपने जिले में परिवर्तन लाने वाले व उसमें मदद करने वाले जिलाधिकारियों को प्रोत्साहित करने के लिए दिया जाएगा। गोयनका ने कहा ‘द चेंजमेकर अवार्ड्स पूरे भारत में अपने जिले में परिवर्तन की नई इबारत लिखने वाले जिलाधिकारियों को दिया जाएगा। यह परिवर्तन अच्छे शासन के असली दूतों अधिकारियों द्वारा लाया जाएगा। यह परिवर्तन पुरुषों, महिलाओं और बच्चों के जीवन, साक्षरता स्तर पर अपनी अमिट छाप छोड़ेगा।’ उन्होंने कहा ‘मेरा यह दृढ़ विश्वास है कि रामनाथ गोयनका अवार्ड्स फॉर एक्सीलेंस इन जर्नलिज्म और रामनाथ गोयनका चेंजमेकर अवार्ड्स संयुक्त रूप से सर्वश्रेष्ठ प्रतिबद्ध पुरुषों और महिलाओं को बनाने में मदद करेगा। ऐसे लोगों के कार्य नागरिकता के सर्वश्रेष्ठ आदर्शों के प्रतीक होते हैं।’

