महाराष्ट्र कांग्रेस के कद्दावर नेता राधाकृष्णा विखे पाटिल ने मंगलवार (4 जून 2019) को विधायक पद से इस्तीफा दे दिया। चर्चा है कि वह भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) में शामिल हो सकते हैं। पाटिल ने इससे पहले पिछले महीने ही विपक्ष के नेता के पद से भी इस्तीफा दिया था।
कांग्रेस नेता ने अपनी विधायकी का इस्तीफा विधानसभा स्पीकर हरिभाऊ बगडे को सौंपा। इस्तीफा देने के बाद उन्होंने कहा ‘मैंने लोकसभा चुनाव के दौरान भी पार्टी के लिए प्रचार नहीं किया। मेरा पार्टी हाईकमान के साथ कोई मतभेद नहीं। उन्होंने मुझे विपक्ष का नेता बनाकर एक मौका दिया। मैंने अच्छा काम करने की पूरी कोशिश की लेकिन मौजूदा हालातों ने मुझे अपने पद से इस्तीफआ देने के लिए मजबूर किया।’
बता दें कि सिल्लोड से तीन बार के कांग्रेस विधायक अब्दुल सत्तार ने भी कांग्रे का दामन छोड़ दिया है। उन्होंने यह भी दावा किया है कि कांग्रेस के 10 विधायक बीजेपी के संपर्क में हैं और कभी भी उसमें शामिल हो सकते हैं। उन्होंने कहा कि राज्य में पार्टी नेतृत्व सही काम नहीं कर रहा, उनके काम करने का तरीका ही हमारे इस्तीफा देने की वजह है। राज्य नेतृत्व पार्टी को नष्ट कर रहा है।
बता दें कि लोकसभा चुनाव में करारी हार के बाद कांग्रेस के लिए मुश्किलें कम होने का नाम ले रही। बीजेपी विधायक के इस्तीफे और 10 एमएलए के बीजेपी से संपर्क की बात से पार्टी आलाकमान के लिए चिंता बढ़ गई है। महाराष्ट्र में कांग्रेस ने 48 सीटों में से महज एक सीट पर ही जीत हासिल की है। वहीं बीजेपी-शिवसेना गठबंधन ने 41 सीटों पर बड़ी जीत हासिल की है। एक सीट पर निर्दलीय और एक सीट एआईएएमए को हासिल हुई। जबकि एनसीपी के खाते में चार सीटें गई हैं।