दक्षिण अफ्रीकी कारोबारी गुप्ता परिवार ने उत्तराखंड के औली में 200 करोड़ रुपए की शादी के बाद इकट्ठा हुए कचरे की सफाई के लिए 54,000 हजार रुपए का शुल्क जमा किया है। गुप्ता परिवार ने कचरे के प्रबंधन के लिए पूरा भुगतान करने पर भी सहमति जताई है। नगर पालिका अध्यक्ष शैलेन्द्र पवार ने बताया, ‘गुप्ता परिवार ने 54,000 हजार रुपए की राशि जमा कराई है। अभी तक 150 क्विंटल से ज्यादा कचरे की सफाई की जा चुकी है। सफाई कार्य पूरा होने के बाद मैन्युअल लेबर और वाहनों सहित सभी खर्चों का बिल उन्हें भेज दिया जाएगा। गुप्ता परिवार पूरे बिल का भुगतान करने के लिए तैयार है। इसके साथ ही नगरपालिया को एक वाहन मुहैया कराने के लिए परिवार सहमत हो गया है।’

जानना चाहिए कि नगरपालिया ने इलाके के आसपास पड़े कचरे को उठाने के लिए 20 कर्मचारियों को तैनात किया है। मामले में उत्तराखंड हाईकोर्ट ने जिला प्रशासन और प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड को 7 जुलाई को एक रिपोर्ट जमा कराने को कहा है जिसमें उल्लेख हो कि कचरे की वजह से पर्यावरण को कितना नुकसान हुआ। मामले में अगली सुनवाई आठ जुलाई को होनी है। गुप्ता परिवार के विवाह को लेकर हाईकोर्ट में एक जनहित याचिका दायर की गई थी जिसमें कहा गया कि शादी की तैयारियां से पर्यावरण को नुकसान पहुंच रहा है।

गौरतलब है कि गुप्ता परिवार की शादी में प्रदेश के सीएम त्रिवेंद्र सिंह रावत, योग गुरु रामदेव समेत कई वीआईपी मेहमान पहुंचे थे। औली में बीते शनिवार को भारतीय कारोबारी अतुल गुप्ता के बेटे शशांक का विवाह हुआ था। शशांक का विवाह अंतरराष्ट्रीय स्तर पर ख्याति प्राप्त एक स्की रिसॉर्ट में दुबई के रियल्टी कारोबारी विशाल जालान की बेटी शिवांगी के साथ हुआ। विवाह में पहुंचे सीएम रावत ने नवविवाहित युगल को आशीर्वाद दिया और औली को विवाह स्थल के रूप में चुनने के लिए गुप्ता परिवार को धन्यवाद दिय। उन्होंने कहा कि इससे पर्यटन को बढ़ावा मिलने के साथ ही विवाह स्थल के रूप में भी औली को बढ़ावा मिलेगा।