जयपुर नगर निगम की हिंगोनिया गोशाला में बड़ी संख्या में गायों की मौत पर अब मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे और भाजपा सरकार अपनों के ही निशाने पर आने लगी है। भाजपा के वरिष्ठ विधायक और पूर्व मंत्री घनश्याम तिवाड़ी ने राजे को घेरते हुए गायों की मौत के लिए उन्हें जिम्मेदार ठहराया है। गोशाला में प्रशासन की लापरवाही के चलते लगातार गायों की मौत पर भाजपा सरकार पूरी तरह से बचाव की मुद्रा में है। मुख्यमंत्री गुरुवार को गोशाला की हालात देखेंगी।
राजस्थान में लापरवाही के चलते गायों की मौत पर अब प्रतिपक्ष के साथ ही आरएसएस से जुडेÞ लोग सरकार के खिलाफ खुल कर सामने आने लगे हैं। खांटी संघी वरिष्ठ विधायक घनश्याम तिवाड़ी ने तो यहां गोशाला का दौरा करने के बाद अपनी ही सरकार को कठघरे में खड़ा कर दिया। उन्होंने इसके लिए मुख्यमंत्री को जिम्मेदार ठहराते हुए कहा कि सरकार की नीतियों के कारण ये सब हो रहा है। सरकार केवल एक व्यक्ति की इच्छा और मनमानी से चल रही है। सरकार के कामकाज में न किसी नीति, सिद्वांत, विचार और आदर्श को आधार बनाया जा रहा है, और न ही संघ परिवार से राय-मशविरा कर कोई काम हो रहा है। इस राज में भाजपा के मंत्रियों, विधायकों और कार्यकर्ताओं की कोई हैसियत ही नहीं है। गोशाला की हालत देख कर मन को बड़ी ठेस लगी है कि भाजपा शासन में गायों की ऐसी दुर्दशा होगी। इससे मन आहत और आक्रोशित है।
प्रदेश में जब से भाजपा की वसुंधरा सरकार बनी है, वरिष्ठ विधायक घनश्याम तिवाड़ी को अलग-थलग रखा गया है। तिवाड़ी ने कई मुद्दों पर अपनी बेबाक राय रख मुख्यमंत्री और उनकी सरकार की कार्यशैली को पार्टी नीतियों के खिलाफ करार दिया है। भाजपा के शासन में नगर निगम की संचालित गोशाला में पिछले कुछ दिनों से गायों की लगातार मौत होने के बाद तिवाड़ी ने दौरा कर सारे हालात देखे और संघ के पदाधिकारियों को भी इसकी जानकारी दी। तिवाड़ी का कहना है कि भाजपा हिंदुत्व, मंदिर, संस्कृत, गाय इनकी रक्षा की बात करती है। प्रदेश में जिन हजारों लोगों ने पार्टी को खड़ा किया है, वे सब आज गायों की मौत से दुखी है। भाजपा के लोग अपने को ठगा सा महसूस कर रहे है। उन्होंने गायों की मौत को सरकार के पाप की पराकाष्ठा करार दिया।
तिवाड़ी ने चुनाव पूर्व भाजपा के घोषणापत्र की भी मौजूदा नेतृत्व को याद दिलाई। उनका कहना है कि घोषणा पत्र में कांग्रेस शासन में दिए जा रहे गोशालाओं के अनुदान को बढ़ाने का वादा किया गया था। पर अब कांग्रेस शासन में दिया जाने वाला अनुदान भी गोशालाओं को बंद कर दिया गया है। तिवाड़ी ने ही पूर्व में मंदिरों को तोड़े जाने के मसले पर सरकार की खिंचाई की थी। भाजपा शासन में मंदिरों को तोडेÞ जाने और मूर्तियों को खंडित करने के मामले में भी सरकार को आलोचनाओं का सामना करना पड़ा था।