गुजरात में पटेल आरक्षण आंदोलन के नेता हार्दिक पटेल के खिलाफ उदयपुर में टोलकर्मियों को डराने और धमकाने का मामला पुलिस में दर्ज किया गया है। हार्दिक ने अपने अस्थायी आवास उदयपुर में भी स्थानीय युवकों से आरक्षण आंदोलन को लेकर रणनीति बनाने को लेकर संपर्क साध रखा है। दूसरी तरफ पुलिस ने उन्हें अस्थायी प्रवास के दौरान कानूनी दायरे में ही रहने को कहा है।
गुजरात में पटेल-पाटीदार आरक्षण आंदोलन चलाने वाले हार्दिक पटेल की उदयपुर में रहने के दौरान चल रही गतिविधियों से स्थानीय पुलिस सकते में आ गई है। पटेल के खिलाफ राजसमंद जिले के देलवाडा पुलिस थाने में टोल राशि नहीं चुकाने और डराने व धमकाने का मामला दर्ज किया गया है। पटेल बुधवार को उदयपुर से नाथद्वारा गए थे। पुलिस के अनुसार क्षेत्र में राष्ट्रीय राजमार्ग संख्या-आठ पर नेगड़िया टोल नाके के प्रबंधक ने पटेल व पूर्व विधायक पुष्कर लाल डांगी समेत आठ लोगों के खिलाफ मामला दर्ज कराया है। शिकायत में बताया गया है कि नाथद्वारा से उदयपुर लौटते समय टोलकर्मी के राशि मांगने पर इन लोगों ने गाड़ियों से उतर कर उन्हें डराया और धमकाया गया। पुलिस ने मामला दर्ज कर जांच शुरू कर दी है।
हार्दिक पटेल उदयपुर में कांग्रेस के पूर्व विधायक डांगी के मेहमान के तौर पर अस्थायी रूप से यहां छह महीने रहेंगे।
उदयपुर में हार्दिक पटेल की गतिविधियों पर अंकुश लगाने के लिए उन्हें बुधवार को आइजी आनंद श्रीवास्तव और एसपी आरपी गोयल ने भी तलब किया। दोनों पुलिस अफसरों ने पटेल को गुजरात हाईकोर्ट का सशर्त आदेश बताया और कहा कि वे अपने अस्थायी आवास से बाहर आ-जा नहीं सकते है। पुलिस ने गुरुवार को पूर्व विधायक डांगी को भी तलब कर उन्हें इस बारे में जानकारी दी। हार्दिक पटेल को गुजरात हाईकोर्ट ने छह महीने प्रदेश से बाहर रहने को कहा था। इसमें उन्हें उदयपुर में रहने की इजाजत दी गई। इस दौरान हर हफ्ते हार्दिक पटेल को पुलिस थाने में अपनी हाजिरी दर्ज करानी होगी।
पुलिस के सामने पेश होने के बाद हार्दिक पटेल का कहना है कि वो उनके बाहर आने जाने पर पाबंदी के बारे में कानूनी राय लेंगे। उनका कहना है कि हाईकोर्ट ने गुजरात में जाने पर पाबंदी लगाई गई है। अस्थायी आवास से बाहर निकलने पर कोई रोक नहीं है। पुलिस ने कहा है तो अब वे अपने वकील से राय लेंगे। हार्दिक पटेल जब से उदयपुर में आए हैं, तभी से उन्होंने ओबीसी आरक्षण की बात छेड़ रखी है।
उदयपुर के आदिवासी बहुल इलाके में ओबीसी आंदोलन का मामला गरमा गया है। आंदोलन से जुडे युवक उनके संपर्क में आने लगे है। इसके अलावा राज्य में गुर्जर आरक्षण आंदोलन के नेता भी हार्दिक पटेल से मिल चुके हैं। इससे राज्य के खुफिया तंत्र और पुलिस का सिरदर्द बढ़ गया है। उदयपुर गृह मंत्री गुलाब चंद कटारिया का गृह क्षेत्र भी है। इस नाते पुलिस खासी सतर्कता बरत रही है और सभी कानूनी पहलुओं को देखते हुए अपने कदम उठा रही है।
