दिल्ली विश्वविद्यालय (डीयू) ने दाखिले के लिए यूं तो केंद्रीकृत आॅनलाइन व्यवस्था शुरू की है, लेकिन करीब एक दर्जन से ज्यादा पाठ्यक्रम ऐसे हैं जिनमें दाखिले के लिए अलग से आवेदन की जरूरत है। इनमें से कई पाठ्यक्रमों में दाखिला टेस्ट के जरिए होगा। कुछ पाठ्यक्रमों में आवेदन फार्म भरे जा चुके हैं, जबकि कुछ में अभी समय बाकी है।
मसलन, आयुर्वेदिक व यूनानी चिकित्सा में स्नातक, बैचलर आॅफ बिजनेस इकोनॉमी (बीबीई), बीएफआइए, बीबीएस, बीई, बीफार्मा, बीएसई (फिजिकल साइंस), बीएसई (आॅक्यूपेशनल थेरेपी), बैचलर आॅफ फिजियोथेरेपी, बैचलर आॅफ फाइन आर्ट, बैचलर आॅफ बायोमेडिकल साइंस (आॅनर्स), एमबीबीएस व बीडीएस आदि। इन पाठ्यक्रमों में सामान्य आॅनलाइन फार्म नहीं चलेगा। इन विषयों से स्नातक करने के इच्छुक छात्रों के लिए कॉलेजों में संपर्क करना बेहतर है। इसको लेकर कई छात्र और अभिभावक उलझन में दिख रहे हैं। विश्वविद्यालय ने अलग से आवेदन करने वाले पाठ्यक्रमों में से चार को इस बार आॅनलाइन प्रवेश व्यवस्था के तहत ही रखा है। इनमें विदेशी भाषा से स्नातक पाठ्यक्रम शामिल हैं। विश्वविद्यालय के डिप्टी डीन जीएस टुटेजा के मुताबिक अब फ्रांसिसी, जर्मन, इटैलियन और स्पेनिश भाषा में स्नातक करने वाले इसी आॅनलाइन फार्म के जरिए आवेदन कर सकते हैं।
इसके अलावा लीक से हटकर चलने वालों के लिए संगीत से बीए का बेहतर विकल्प भी दिल्ली विश्वविद्यालय में मौजूद है। यहां से
भारतीय और कन्नड़ संगीत सीखा जा सकता है। संगीत में बीए आॅनर्स पाठ््यक्रम डीयू के कला और संगीत संकाय के अलावा मिरांडा हाउस, इंद्रप्रस्थ कॉलेज और दौलतराम कॉलेज में उपलब्ध है। इन पाठ्यक्रमों में 19 जून तक आॅनलाइन आवेदन स्वीकार किए जाएंगे। कुछ कॉलेजों में इस बाबत प्रवेश प्रक्रिया खत्म हो चुकी है। संगीत संकाय में इसकी आखिरी तारीख 21 जून है। इसके लिए सामान्य छात्रों के लिए 500 रुपए और आरक्षित वर्ग के छात्रों के लिए 250 रुपए आवेदन शुल्क रखा गया है। खास बात यह है कि जिन छात्रों ने 12वीं कक्षा में संगीत नहीं पढ़ा है, वे भी आवेदन कर सकते हैं। बशर्ते उन्होंने किसी मान्यता प्राप्त संगीत संस्थान से कोर्स किया हो या संगीत सीखा हो।
डीयू में दाखिले की दौड़ अंतिम चरण में है और बस दो दिन बाकी हैं। विभिन्न स्नातक पाठ्यक्रमों में 60,000 से अधिक सीटों के लिए करीब दो लाख छात्र कतार में हैं। शिक्षाविदों ने कहा कि दाखिले के लिए अलग से आवेदन करने वाले छात्रों को उन कॉलेजों का ध्यान रखना होगा जहां लीक से हटकर पाठ्यक्रम पढ़ाए जा रहे हैं। मसलन बीबीई के पाठ्यक्रम के लिए भीमराव अंबेडकर कॉलेज, महाराजा अग्रसेन कॉलेज, कॉलेज आॅफ वोकेशनल स्टडीज, शिवाजी कॉलेज, गुरु गोविंद सिंह कॉलेज आॅफ कामर्स, खालसा कॉलेज, रामलाल आनंद, गार्गी व लक्षमीबाई कॉलेज प्रमुख हैं।
शहीद सुखदेव कॉलेज आॅफ बिजनेस स्टडीज से बीबीएस व बीएफआइए किया जा सकता है। बीएचएमएस के लिए नेहरू होम्योपैथिक कॉलेज, बीएलडी के लिए अदिति कॉलेज, लेडी श्रीराम कॉलेज, गार्गी कॉलेज और जीसस एंड मेरी से छात्राओं को संपर्क करना होगा। बीफार्मा के लिए देहली इंस्टीट्यूट आॅफ फार्मास्युटीकल साइंस एंड रिसर्च और बीएसई (फिजिकल साइंस) के लिए इंदिरा गांधी इंस्टीट्यूट आॅफ फिजिकल साइंस एंड स्पोर्ट्स में संपर्क किया जा सकता है। बैचलर आॅफ बायोमेडिकल साइंस (आॅनर्स) में स्नातक करने वालों को आचार्य नरेंद्र देव कॉलेज, भास्कराचार्य कॉलेज आॅफ अप्लाइड साइंसेज, शहीद राजगुरु कॉलेज आॅफ अप्लाइड साइंसेज में अलग से संपर्क कर दाखिले के लिए आवेदन करना होगा।