छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने मजदूर दिवस के मौके पर आज प्रदेश में मितान योजना का शुभारंभ किया। इस योजना के तहत सरकार की कोशिश सरकारी सेवाओं को घर बैठे ही लोगों तक पहुंचाना है। शुरुआत में यह सेवाएं प्रदेश के 14 निगमों में पायलट प्रोजेक्ट के रूप में शुरू की गई हैं जिसके बाद इन्हें प्रदेश के सभी शहरों और कस्बों में लागू किया जाएगा।

पूरी प्रक्रिया होगी डिजिटल: जानकारी के मुताबिक, यह योजना पूरी तरह से डिजिटल होगी। सरकार का उद्देश्य सभी नागरिक सुविधाओं को घर बैठे ही लोगों तक मुहैया कराना है। इसके लिए लोगों को 14545 टोल फ्री नंबर पर कॉल या ऐप के माध्यम से आवेदन करना होगा। इस सरकारी सेवा का शुल्क 100 रुपए से भी कम रखा गया है।

इन सेवाओं की मिलेगी डोर स्टेप डिलीवरी: सरकार की ओर से दी गई सूचना के मुताबिक मौजूदा समय में मूल निवास प्रमाण पत्र, जाति प्रमाण पत्र, आय प्रमाण पत्र, किसी भी दस्तावेज की कॉपी, भूमि रिकॉर्ड की प्रति, जन्म मृत्यु प्रमाण पत्र, विवाह का पंजीकरण, भूमि की जानकारी, जन्म प्रमाण पत्र सुधार, मृत्यु प्रमाण पत्र सुधार जैसी नागरिक सेवाएं घर बैठे ही प्राप्त कर सकते हैं।

समाचार एजेंसी पीटीआई की ओर से बताया गया कि मौजूदा समय में प्रदेश के 14 नगर निगमों में 13 प्रकार की सेवाएं उपलब्ध होंगी, जिसके बाद शीघ्र ही पूरे प्रदेश के सभी शहरों और कस्बों में इस योजना का विस्तार किया जाएगा और 100 अन्य प्रकार की सेवाएं भी इस योजना के तहत दी जाएंगी।

मितान योजना का शुभारंभ करते हुए मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने कहा कि इस योजना के माध्यम से सभी नागरिकों विशेषतः बुजुर्गों , दिव्यांगों एवं निरक्षरों को घर बैठे आसानी से कई प्रकार की सेवाएं घर बैठे ही मिल सकेंगी । इस योजना के तहत सहायक मित्रों को तैनात किया जाएगा जो लोगों के घर जाकर जरूरी दस्तावेज एकत्र कर सभी औपचारिकताएं पूरी करेंगे। इसके साथ ही है सहायक मित्र ही प्रमाण पत्रों को लोगों के घरों तक पहुंचाएंगे। इस योजना के क्रियान्वयन के लिए मुख्यमंत्री की ओर से 10 करोड़ का फंड भी जारी कर दिया गया है।