बंगाल में बीजेपी और टीएमसी के बीच चल रही तनातनी थमने का नाम नहीं ले रही है। ताजा घटनाक्रम में बीजेपी के एक नेता की पत्नी ने टीएमसी कार्यकर्ताओं पर पिटाई का आरोप लगाया है। हालांकि, टीएमसी ने इसे झूठ करार दिया है। ममता बनर्जी की पार्टी का कहना है कि उनका इस मामले से लेना-देना नहीं है। टीएमसी नेताओं के मुताबिक, बीजेपी नेता की पत्नी मामले को राजनीतिक रंग दे रही हैं।

ANI की रिपोर्ट के मुताबिक, महिला का कहना है कि उनके पति बीजेपी के नेता हैं। टीएमसी से जुडे लोग रविवार को उनके घर में आए और पति के बारे में पूछने लगे। हमलावरों ने उनसे अभद्र शब्द भी कहे। महिला का कहना है कि टीएमसी के लोगों ने उन्हें बालों से पकड़कर घऱ के बाहर तक घसीटा। उन्होंने घर के बाहर खड़े वाहन को भी क्षतिग्रस्त करने का आरोप लगाया।

टीएमसी के नेता चितरंजन मंडल का कहना है कि महिला सरासर झूठ बोलकर मामले का राजनीतिकरण कर रही है। उनका कहना है कि महिला का अपने ड्राइवर से विवाद चल रहा था। उनके ड्राइवर ने ही कार को क्षतिग्रस्त किया था। टीएमसी का इस मामले से कोई लेना-देना नहीं है। नेता ने कहा कि चुनाव के समय कोई भी क्यों बीजेपी नेता के परिवार पर हमला करने की कोशिश करेगा।

उधर, ट्विटर पर लोगों ने दोनों पार्टियों पर जमकर कटाक्ष किए। रियल सेकुलर के हैंडल से ट्वीट किया गया कि बीजेपी झूठ पर ही चलती है। रविशंकर ने लिखा, यह घटना वैसी ही है, जैसे पीके ने नंदीग्राम का हादसा करा दिया। सैमी के हैंडल से ट्वीट किया गया कि हां, बीजेपी के वर्करों ने खुदकुशी करने के लिए सबसे बड़ा पेड़ तलाश लिया है। एक अन्य का कहना था कि दोनों पार्टियां जनता को बेवकूफ बना रही हैं।

गौरतलब है कि बीजेपी और टीएमसी के बीच का विवाद लगातार बढ़ता जा रहा है। पीएम मोदी और गृह मंत्री अमित शाह तक टीएमसी पर हिंसक वारदातें करने का आरोप लगाते रहे हैं। बीजेपी अध्यक्ष जेपी नड्डा की कार पर बीते दिनों में पत्थऱ बाजी तक हो चुकी है। वहीं ममता इसके लिए बीजेपी को जिम्मेदार मानती हैं। नंदीग्राम में चोट लगने के बाद उन्होंने 4-5 लोगों पर हमले का आरोप लगाया था। तब टीएमसी ने कहा था कि यह हमला बीजेपी के इशारे पर किया गया। बीजेपी शुरू से ही ममता की चोट को हादसा बता रही थी। चुनाव आयोग ने भी इसे दुर्घटना माना है।