तकनीकी खामी की वजह से जब एक फ्लाइट को डायवर्ट किया गया तो महिला विधायक रोजा सेल्वामणि भड़क गईं। उन्होंने एयरलाइंन कंपनी को धमकी भी दी कि वो उसपर केस करेंगी। एयरलाइन पर आरोप है कि उसने यात्रियों को बिना बताए, फ्लाइट को डायवर्ट कर दिया था।

तिरुपति के लिए राजमुंदरी से जाने वाली इंडिगो की एक उड़ान को विमान में तकनीकी खराबी के कारण मंगलवार को बेंगलुरु हवाई अड्डे पर डायवर्ट किया गया था। एक्ट्रेस से नेता बनीं, वाईएसआरसीपी विधायक रोजा सेल्वामणि और तेदेपा के वरिष्ठ नेता और पूर्व वित्त मंत्री यनमाला रामकृष्णुडु इस विमान में सवार थे।

वाईएसआरसीपी विधायक रोजा सेल्वामणि ने इंडिगो पर आरोप लगाते हुए कहा कि यात्रियों को बिना बताए ही फ्लाइट को डायवर्ट कर दिया गया था। यात्रियों को इसे लेकर कोई सूचना नहीं दी गई थी। उन्होंने कहा कि अतिरिक्त पैसे की मांग करने, गंतव्य बदलने और यात्रा में देरी के लिए इंडिगो और उसके प्रबंधन के खिलाफ मानहानि का मुकदमा दायर करेंगी।

विधायक रोजा ने सोशल मीडिया पर इसे लेकर एक वीडियो भी डाला था, जिसमें उन्होंने कहा गया था कि विमान के दरवाजे बंद हैं, और यात्री अपनी यात्रा की स्थिति के बारे में आगे की प्रतीक्षा कर रहे हैं।

इस मामले में जब तिरुपति हवाई अड्डे के निदेशक से संपर्क किया गया तो उन्होंने इसपर कोई ठोस जवाब नहीं दिया। निदेशक सुरेश ने कहा कि उड़ान में देरी या डायवर्जन के किसी भी कारण का जवाब इंडिगो देगा। एयरलाइंस ने कथित तौर पर प्रत्येक यात्री से उन्हें उतारने के लिए 5,000 रुपये का भुगतान करने की मांग की थी, लेकिन यात्रियों के कड़े प्रतिरोध के बाद उनसे शुल्क नहीं लिया गया।

विवाद बढ़ने के बाद इंडिगो की ओर सफाई भी आई। इंडिगो ने बयान जारी कर कहा कि राजमुंदरी से तिरुपति जा रही इंडिगो की फ्लाइट को तकनीकी कारणों से बेंगलुरु डायवर्ट कर दिया गया था। यात्रियों को बोर्ड पर जलपान परोसा गया और रखरखाव जांच के बाद फ्लाइट को उड़ान के लिए हरी झंडी दी गई। कुछ यात्री विमान से उतरना चाहते थे और उन्हें अगली उपलब्ध उड़ान में समायोजित किया गया या उनके अनुरोध के अनुसार हवाई अड्डे से बाहर ले जाया गया। उन यात्रियों से कोई शुल्क नहीं लिया गया, जिन्होंने बेंगलुरु हवाई अड्डे पर खुद को उतरने का फैसला किया था।