दिल्ली के अकबर रोड और बाबर रोड पर शनिवार को कुछ युवकों ने प्रदर्शन करते हुए साइन बोर्ड पर कालिख पोत दी और उस पर छत्रपति शिवाजी का पोस्टर चिपका दिया, जिसमें सड़क का नाम बदलकर ‘छत्रपति शिवाजी मार्ग’ लिखा था। इस प्रदर्शन का नेतृत्व दक्ष चौधरी ने किया, जो पहले भी विवादों में रह चुके हैं। इन युवकों ने छत्रपति शिवाजी पर बनी फिल्म ‘छावा’ देखने के बाद प्रेरित हुए और विरोध प्रदर्शन को अंजाम दिया। प्रदर्शनकारियों ने सिर्फ नाम मिटाने तक ही सीमित नहीं रहे, बल्कि बोर्ड पर पेशाब भी किया और फिर उसकी सफाई करके शिवाजी महाराज की तस्वीर लगाकर दूध से अभिषेक किया।
कालिख लगाने के बाद युवकों ने जमकर नारेबाजी की
इस घटना के कई वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो रहे हैं, जिनमें दिख रहा है कि प्रदर्शनकारी अकबर रोड और बाबर रोड के बोर्ड पर कालिख पोत रहे हैं। एक वीडियो में दक्ष चौधरी खुद को गोरक्षक बताते हुए बोर्ड पर पेशाब करते नजर आ रहे हैं, वहीं दूसरे वीडियो में वे शिवाजी का पोस्टर चिपकाते हुए दिख रहे हैं। उन्होंने इस दौरान नारेबाजी की और सरकार को चेतावनी भी दी कि यदि जल्द ही इन सड़कों के नाम नहीं बदले गए, तो वे साइन बोर्ड उखाड़कर ले जाएंगे। उनके इस कृत्य ने राजनीतिक और सामाजिक हलकों में विवाद खड़ा कर दिया है, जहां कुछ लोग इसे राष्ट्रवाद से प्रेरित बता रहे हैं, तो कुछ इसे अराजकता करार दे रहे हैं।
दक्ष चौधरी ने अपने बयान में कहा कि अब से अकबर रोड का नाम ‘छत्रपति शिवाजी मार्ग’ होगा और सरकार को इसे आधिकारिक रूप से जल्द से जल्द बदल देना चाहिए। उन्होंने कहा कि वे कोई देशद्रोही नहीं हैं, बल्कि अपने पूर्वजों के सम्मान के लिए यह कदम उठा रहे हैं। उन्होंने फिल्म ‘छावा’ का जिक्र करते हुए कहा कि यह फिल्म देखकर उनका खून खौल उठा और अब वे भारत में मुगल शासकों के नाम मिटाकर उनके स्थान पर राष्ट्रवादी नायकों का नाम स्थापित करेंगे। उन्होंने सरकार को स्पष्ट चेतावनी दी कि अगर उनकी मांगें नहीं मानी गईं, तो वे अगली बार सिर्फ पोस्टर नहीं चिपकाएंगे, बल्कि पूरे साइन बोर्ड को उखाड़कर फेंक देंगे। फिलहाल पुलिस मामले की जांच कर रही है।