उत्तर प्रदेश सरकार ने सड़क किनारे चल रहीं मीट की दुकानों के खिलाफ सख्त कदम उठाए हैं। योगी आदित्यनाथ की सरकार ने सड़क किनारे काटे जाने वाले मुर्गे और बकरे की दुकानों को बंद करने का आदेश दिया है। उनका मानना है कि ऐसे दुकानदार संक्रमण फैलते हैं, जिस से लोगों में बीमारियां फैलती हैं। उन्होंने इन दुकानों को हटाने को कहा है और अगर ऐसा नहीं होता तो संबंधित ज़िले के डीएम और एसपीके खिलाफ कार्रवाई करने के संकेत दिए हैं।

न्यूज़ 18 की रिपोर्ट के मुताबिक सीएम ने कहा है कि देश में अवैध बूचड़खाने पूरी तरह प्रतिबंधित हैं। लेकिन इसके बाद भी कई जिलों में बूचड़खाने चलाये जा रहे हैं। उन्होंने कहा कि अवैध बूचड़खानों का मतलब सिर्फ बड़े-बड़े स्लॉटर हाउस नहीं बल्कि सड़क किनारे चल रहीं मीट की दुकानों से भी है। इन अवैध दुकानों पर भी प्रतिबंध लगाए जाये।

सीएम ने कहा कि ये दुकानें संक्रमण फैलते हैं, जिससे बीमारियां फैलती हैं। आगे सीएम योगी ने कहा कि अगर सड़क किनारे खुलेआम मुर्गा और बकरा कटने की दुकानें दिखी तो संबंधित जिले के डीएम और एसपी की सामूहिक जिम्मेदारी तय होगी और इस पर कार्रवाई भी की जाएगी। बता दें योगी सरकार के सत्ता में आते ही सारे गैरलाइसेंसी और खुले में चलने वाले बूचड़खानों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की गई थी।

रिटेल में मीट बेचने वाले दुकानदारों को भी निर्देश दिए गए थे कि वे अवैध बूचड़खाने से मीट न खरीदें सिर्फ लाइसेंसी बूचड़खाने से ही मीट खरीदें। साथ ही दुकान में पशु काटने पर भी प्रतिबंध लगा दिया गया था। मीट कि दुकानों को परदे या फिर चटाई से ढक कर रखने के आदेश भी दिये गए थे।