पूर्व विदेश मंत्री यशवंत सिन्हा ने पम्पोर में सीआरपीएफ कर्मियों पर हुए आतंकवादी हमले को लेकर रविवार को नरेंद्र मोदी सरकार पर निशाना साधा और कहा कि केंद्र की पाकिस्तान नीति से ‘‘कुछ भी’’ नहीं निकला है, न ही निकलेगा। 83 वर्षीय सिन्हा ने परोक्ष रूप से मोदी पर निशाना साधा। सिन्हा ने कहा कि वह स्वयं ‘‘अज्ञानी दर्जे’’ के तहत आते हैं लेकिन फिर भी वह अपनी सलाह दे रहे हैं।
उन्होंने कहा, ‘‘मैं अज्ञानी दर्जे से आता हूं। मेरे पास कोई सुझाव देने का दर्जा नहीं है। मैं यह खुले तौर पर कह रहा हूं कि मैं सलाह भी नहीं दे सकता। यद्यपि मैंने अपनी ही सरकार की उस नीति का सार्वजनिक रूप से विरोध किया है जो वे पाकिस्तान के साथ अपना रहे हैं।’’ उन्होंने कहा, ‘‘मैंने जोर देकर कहा है कि यदि मुझे पाकिस्तान (संबंधी मुद्दों) और विदेश नीति का कुछ भी अनुभव है तो इस (वर्तमान नीति) से कुछ भी नहीं निकलेगा। दो वर्षों में अभी तक कुछ भी नहीं निकला है।’’ दक्षिण कश्मीर के पुलवामा जिले में कल सुरक्षा बलों की बस पर आतंकवादियों द्वारा किये गए एक भीषण हमले में केंद्रीय रिजर्व पुलिस बल :सीआरपीएफ: के आठ जवान शहीद हो गए थे और 21 अन्य गंभीर रूप से घायल हो गए थे।
अधिकारियों ने कहा कि लश्करे तैयबा के संदिग्ध आतंकवादियों ने श्रीनगर से 14 किलोमीटर दूर फ्रेस्टबल में सीआरपीएफ की 161 बटालियन के कर्मियों को ले जा रही बस पर गोलियों की बौछार कर दी थी। सीआरपीएफ की रोड ओपनिंग पार्टी ने उनमें से दो को मुठभेड़ में मार गिराया। अटल बिहारी वाजपेयी सरकार में विदेश मंत्री रहे सिन्हा इससे पहले भी मोदी सरकार की विदेश नीति की विभिन्न पहलुओं के खिलाफ बोल चुके हैं, विशेष तौर पर पाकिस्तान से संबंधित।