त्रिपुरा में बीजेपी की शानदार जीत के बाद कम्युनिस्टों के आदर्श व्लादिमीर लेनिन की मूर्ति ढहा दी गई थी। लेनिन की मूर्ति गिराने के बाद देश के कई हिस्सों में महापुरुषों और विचारकों की मूर्ति ढहाने का सिलसिला शुरू हो गया था। मूर्ति ढहाने के मामले में बांग्लादेशी लेखिका तस्लीमा नसरीन ने कटाक्ष करते हुए ट्वीट किया है। उन्होंने प्रतिमाओं को गिराने वाले लोगों पर निशाना साधते हुए कहा, ‘कितनी मूर्तियां अभी तक ढहाई जा चुकी है? अगर तुम लोग 300 से ज्यादा मूर्तियां गिरा दोगे तो तुम भी मोहम्मद कहलाओगे।’

इससे पहले भी नसरीन ने सोशल मीडिया के माध्यम से मूर्तियां गिराए जाने की घटनाओं पर तंज कसा था। उन्होंने कहा था, ‘मुस्लिम कट्टरपंथियों ने मूर्तियों को नष्ट किया। मोहम्मद ने काबा में 360 मूर्तियां तोड़ी थीं। आईएसआईएस ने इराक और सीरिया में मूर्तियां और स्मारक तोड़े हैं। तालिबान ने बामियान बुद्धा को तोड़ा, जमात-ए-इस्लामी ने बांग्लादेश में लालोन की प्रतिमा तोड़ी।’ एक अन्य ट्वीट कर उन्होंने कहा था, ‘भविष्य बनाने के लिए इतिहास को खत्म करने की जरूरत नहीं होती। अगर आप सच में एक अच्छी दुनिया बनाना चाहते हैं तो आपको सबसे पहले नफरत को खत्म करना होगा।’

बता दें कि त्रिपुरा में जहां लेनिन की मूर्ति ढहाई गई तो वहीं तमिलनाडु में पेरियार की मूर्ति को क्षतिग्रस्त किया गया था। उसके बाद उत्तर प्रदेश के मेरठ में शरारती तत्वों ने डॉ.भीमराव अंबेडकर की मूर्ति तोड़ दी। आठ मार्च को केरल के कन्नूर में राष्ट्रपिता महात्मा गांधी की मूर्ति को नुकसान पहुंचाया गया। इसके अलावा दक्षिण कोलकाता में हिंदू विचारक श्यामा प्रसाद मुखर्जी की मूर्ति को भी नुकसान पहुंचाया गया था। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने इन घटनाओं की आलोचना की थी। गृह मंत्रालय की ओर से कहा गया था कि इन घटनाओं में जो भी व्यक्ति शामिल पाया जाएगा उसके ऊपर कड़ी कार्रवाई की जाएगी। बीजेपी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अमित शाह ने त्रिपुरा में लेनिन की मूर्ति और तमिलनाडु में पेरियार की मूर्ति ढहाए जाने को दुखद बताया था। उन्होंने कहा था कि हाल ही में जो घटनाएं हुई हैं, वह उससे बहुत दुखी हैं और बीजेपी इस तरह की घटनाओं का समर्थन नहीं करती।