भारतीय कुश्ती महासंघ (WFI) के अध्यक्ष बृजभूषण शरण सिंह के खिलाफ यौन उत्पीड़न के आरोपों की जांच कर रही एसआईटी ने 180 लोगों से पूछताछ की है। एसआईटी अगले हफ्ते कोर्ट को जांच रिपोर्ट सौंप सकती है। पुलिस अधिकारियों ने बताया कि एसआईटी दो मामलों की जांच रिपोर्ट अगले हफ्ते कोर्ट में पेश करेगी।
पीटीआई के मुताबिक, उन्होंने कहा कि अब तक की अपनी जांच के तहत एसआईटी ने 180 से अधिक लोगों से पूछताछ की है। एशियाई खेलों की गोल्ड मेडल विजेता विनेश फोगाट और ओलंपिक पदक विजेता साक्षी मलिक एवं बजरंग पुनिया समेत देश के शीर्ष पहलवान बृजभूषण शरण सिंह के खिलाफ प्रदर्शन कर उनकी गिरफ्तारी की मांग कर रहे हैं। उन पर एक नाबालिग समेत सात महिला पहलवानों का यौन उत्पीड़न करने का आरोप है।
इससे पहले कल प्रदर्शनकारी पहलवानों ने खेल मंत्री अनुराग ठाकुर से मुलाकात की थी। केंद्रीय के साथ पहलवानों ने 6 घंटे मुलाकात की थी। इसके बाद अनुराग ठाकुर ने कहा कि बृजभूषण शरण सिंह के खिलाफ 15 जून तक आरोपपत्र दाखिल हो जाएगा और पहलवानों ने भी तब तक अपना प्रदर्शन स्थगित करने पर सहमति जताई है। पहलवान 23 अप्रैल से प्रदर्शन कर रहे हैं और बृजभूषण की गिरफ्तारी की मांग कर रहे हैं।
बैठक में सरकार ने पहलवानों की अधिकतर मांगों पर सहमति जताई है। बैठक के बाद ठाकुर ने कहा, “अच्छे माहौल में सकारात्मक बातचीत बहुत संवेदनशील मुद्दे पर हुई है। लगभग छह घंटे चली इस बैठक में जिन मुद्दों पर चर्चा हुई, उसमें पहलवानों के आरोपों की जांच करके 15 जून तक आरोपपत्र दाखिल करने की मांग शामिल है।”
ठाकुर ने कहा कि खिलाड़ियों ने जो सुझाव रखे उनमें भारतीय कुश्ती महासंघ का चुनाव 30 जून तक कराए जाने की मांग भी शामिल है। पहलवानों की यह भी मांग है कि डब्ल्यूएफआई की आंतरिक शिकायत समिति बनाई जाए और उसकी अध्यक्षता कोई महिला करे। अनुराग ठाकुर ने कहा कि जब तक डब्ल्यूएफआई के चुनाव नहीं होते तब तक आईओए की तदर्थ समिति में दो कोच के नाम प्रस्तावित किए गए हैं ताकि तकनीकी दिक्कतें न हों। खेल मंत्री ने कहा कि खिलाड़ियों की यह भी मांग थी कि महिला खिलाड़ी या बाकी खिलाड़ियों को आवश्यकतानुसार सुरक्षा मिले। जिन खिलाड़ियों या अखाड़ों या कोच के खिलाफ मुकदमे दर्ज किए गए हैं, उन मुकदमों को वापस लिया जाए।