दिल्ली के छत्रसाल स्टेडियम में मंगलवार देर रात पहलवानों के दो गुटों में झगड़ा हो गया। मामला यहां तक बढ़ा कि गोलियां चल गईं। आरोप है कि सुशील कुमार के साथ पहुंचे कुछ लोगों ने 23 साल के पहलवान को बुरी तरह पीटा और बाद में उसकी मौत हो गई। इस मामले में दिल्ली पुलिस ने ओलंपिक मेडल विजेता सुशील कुमार के घर पर छापा मारा।
अडिशनल डीसीपी (नॉर्थवेस्ट) डॉ. गुरिकबाल सिंह सिद्धू ने कहा, ‘सुशील कुमार पर भी हत्या में शामिल होने के आरोप लगाए गए हैं। हम उसकी जांच कर रहे हैं। हमारी टीम उनके घर पहुंची थी लेकिन वह घर पर मौजूद नहीं थे।हम उनकी तलाश कर रहे हैं। आरोपियों की धर-पकड़ के लिए कई टीमें बनाई गई हैं।’
पीसीआर कॉल के आधार पर इस मामले में केस दर्ज किया गया है। इसमें लिखा गया है, ‘शुरुआती जांच में पता चला है कि सुशील पहलवान और उनके साथी अपराध में शामिल थे…।’ एफआईआर में कहा गया है कि इस घटना में दो अन्य लोग घायल भी हुए हैं। उन्होंने पुलिस को बताया कि सुशील कुमार के साथियों ने उनकी पिटाई की।
मरने वाले पहलवान का नाम सागर कुमार है जो कि दिल्ली पुलिस के एक हेड कॉन्स्टेबल का बेटा था। घायलों की पहचान सोनू महाल (35 साल) और अमित कुमार (27 साल ) के रूप में हुई है। पुलिस ने कहा कि एक आरोपी प्रिंस दलाल की गिरफ्तारी हुई है और घटनास्थल से डबल बैरेल गन बरामद की गई है।
जानकारी के मुताबिक सागर और उसके दोस्त सुशील कुमार के संपर्क के किसी शख्स के घर में रहते थे। उनसे जब मकान खाली करने को कहा गया तो विवाद हो गया। घटना के बाद द इंडियन एक्सप्रेस ने भी सुशील कुमार से संपर्क करने की कोशिश की लेकिन कोई प्रतिक्रिया नहीं मिली।
पुलिस सूत्रों के मुताबिक मृतक सागर 97 किलो ग्राम ग्रीको-रोमन श्रेणी का प्रतिस्पर्धी था और वह नैशनल कैंप का हिस्सा भी था। वहीं सोनू महाल गैंगस्टर काला जत्थेदी का सहयोगी है। उसे पहले भी हत्या और लूट के मामले में गिरफ्तार किया जा चुका है।