यौन उत्पीड़न के गंभीर आरोपों का सामना कर रहे जेडीएस के पूर्व सांसद प्रज्वल रेवन्ना (Prajwal Revanna) के खिलाफ चौथी एफआईआर दर्ज की गई है। अपने बेटे के लिए स्कूल में एडमिशन की मांग करने वाली एक महिला ने यह एफआईआर दर्ज करवाई है। प्रज्वल रेवन्ना को एसआईटी की टीम के द्वारा गिरफ्तार किए जाने के करीब 10 दिन बाद महिला ने एफआईआर दर्ज करवाई।

महिला के द्वारा दी गई शिकायत के अनुसार, वह अपने बच्चे के स्कूल में दाखिले के लिए पूर्व जेडीएस सांसद से मिली थी। इस दौरान उसने महिला का फोन नंबर मांगा। इसके तुरंत बाद उसे एक वीडियो कॉल आया। इसमें पूर्व जेडीएस सांसद ने वर्चुअल सेक्स के लिए मजबूर किया। आरोप है कि अक्टूबर 2019 से 2020 के बीच हासन में रहने के दौरान उसने करीब 8-10 बार इस काम को अंजाम दिया। शिकायतकर्ता ने कहा है कि जब भी उसने अपने बेटे के दाखिले का जिक्र किया तो उसने उससे कहा कि जब तक वह उसके साथ यौन संबंध नहीं बनाती, तब तक उसका काम बिल्कुल भी नहीं होगा।

पहले कुछ मामलों के बाद उस पर आरोप है कि उसने उसे यह कहकर ब्लैकमेल किया कि वीडियो कॉल को सोशल मीडिया पर वायरल कर दिया जाएगा। प्रज्वल रेवन्ना पर शिकायतकर्ता ने यौन उत्पीड़न, पीछा करने, धमकी देने समेत कई धाराओं में केस दर्ज करवाया है। मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक, प्रज्वल रेवन्ना के खिलाफ यह चौथी एफआईआर मामलों को और मजबूत करेगी। इतना ही नहीं, इससे दूसरी महिलाओं को भी आगे आने की हिम्मत आएगी।

बीजेपी के पूर्व विधायक पर भी आरोप

प्रज्वल रेवन्ना के साथ-साथ शिकायतकर्ता ने पूर्व भारतीय जनता पार्टी के विधायक प्रीतम गौड़ा, शरत और किरण पर भी फोटो शेयर करने का आरोप लगाया है। इसकी वजह से उन्हें और उनके परिवार की छवि को काफी नुकसान पहुंचा है। यह वीडियो उन 2,920 वीडियो क्लिपों में से एक था, जिन्हें 26 अप्रैल को होने वाली वोटिंग से पहले जारी किया गया था। प्रज्वल जेडीएस-एनडीए का उम्मीदवार था। हालांकि, उसको चुनावों में करारी शिकस्त मिली।

सूरज रेवन्ना को एसआईटी हिरासत में भेजा

इस बीच, प्रज्वल रेवन्ना के बड़े भाई सूरज रेवन्ना को 1 जुलाई तक एसआईटी की हिरासत में भेज दिया गया है। सूरज को 23 जून को जेडीएस पार्टी कार्यकर्ता की शिकायत के बाद ही गिरफ्तार किया गया था। पार्टी कार्यकर्ता ने उस पर यौन संबंध बनाने के लिए मजबूर करने का आरोप लगाया था। सूरज रेवन्ना पर कथित तौर पर दो लोगों का यौन उत्पीड़न करने का आरोप है।

इसमें उनका एक साथी भी शामिल है। दूसरे साथी ने दावा किया है कि तीन साल पहले उसके साथ बुरा बर्ताव किया गया था। पहला मामला हासन के ही एक शख्स का था। इसमें एमएलसी के साथ अपने भयानक एक्सपीरियंस को शेयर किया था। वहीं, अब अगर बात दूसरी एफआईआर की करें तो इसमें दिलचस्प बात यह है कि उसी साथी ने यह दर्ज कराई थी, जिसने पहले शिकायतकर्ता के खिलाफ जबरन वसूली का मामला दर्ज करके सूरज को बचाया था।