देश में जल्द ही जनगणना होने जा रही है। यह बात आज एक प्रेस कांफ्रेस के दौरान गृहमंत्री अमित शाह से किए गए सवाल के जवाब में सामने आई है। हालांकि गृहमंत्री ने तारीख को लेकर स्पष्ट जानकारी नहीं दी है लेकिन कहा है कि जनगणना जल्द ही होने वाली है। यह पूछे जाने पर कि क्या सरकार जाति जनगणना कराएगी? जो विपक्ष की एक प्रमुख मांग है, केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने इस संभावना से इनकार नहीं किया और कहा कि 2021 से पेंडिंग जनगणना की घोषणा होने पर निर्णय सार्वजनिक किया जाएगा।
गृहमंत्री अमित शाह एनडीए सरकार के तीसरे कार्यकाल के 100 दिन पूरे होने पर आयोजित एक प्रेस कॉन्फ्रेंस में बोल रहे थे। आखिरी बार देश में जनगणना 2011 में हुई थी।
मणिपुर पर क्या बोले अमित शाह?
मणिपुर में हाल ही में हुई हिंसा और उससे निपटने के लिए सरकार की योजना के बारे में पूछे गए सवाल के जवाब में अमित शाह ने कहा कि भारत-म्यांमार सीमा पर बाड़ लगाने का काम शुरू हो गया है। गृहमंत्री ने इसे हालात का मूल कारण भी बताया। उन्होंने कहा कि 100 दिनों में 30 किलोमीटर की बाड़ लगाने का काम पूरा हो गया है और सरकार ने 1,500 किलोमीटर लंबी पूरी सीमा के लिए बजट को मंजूरी दे दी है।
गृहमंत्री ने आगे कहा कि CRPF को रणनीतिक स्थानों पर सफलता के साथ तैनात कर दिया है और बॉर्डर पर कई सुरक्षा खामियां थीं जिन्हें सुधार लिया गया है। हाल ही में तीन दिनों तक हिंसक घटनाएं हुईं। इसके अलावा पिछले तीन महीनों में कोई बड़ी घटना नहीं हुई। मुझे उम्मीद है कि हम इस पर नियंत्रण पा लेंगे। जब तक दोनों समूहों के बीच बातचीत नहीं होगी, तब तक कोई समाधान नहीं हो सकता। वक्फ संशोधन बिल के बारे में पूछे जाने पर गृहमंत्री ने कहा कि सरकार आने वाले दिनों में इसे पारित कराने के लिए प्रतिबद्ध है।
अमित शाह ने यह भी कहा कि एनडीए सरकार के मौजूदा कार्यकाल में एक देश एक चुनाव का प्रस्ताव लागू किया जाएगा। 2014 में प्रधानमंत्री बनने के बाद से ही मोदी एक साथ चुनाव कराने की वकालत करते रहे हैं।