India Attacks Turkey: भारत और पाकिस्तान के बीच में तनावपूर्ण रिश्ते हैं, यहां पर तुर्की की भूमिका पर भी विवाद देखने को मिल रहा है। इस मुश्किल वक्त में पाकिस्तान को तुर्की का पूरा समर्थन मिला है, उसके आतंकवाद पर भी तुर्की ने कोई टिप्पणी नहीं की है। अब इस बीच भारत के विदेश मंत्रालय ने तुर्की को एक नसीहत दी है। जोर देकर कहा गया है कि तुर्की को पाकिस्तान के खिलाफ आतंकवाद के खिलाफ बोलना चाहिए।
विदेश मंत्रालय ने तुर्की पर क्या बोला?
गुरुवार को हुई प्रेस कॉन्फ्रेंस में विदेश मंत्रालय ने कहा कि हम तो तुर्की से उम्मीद करते है कि वो पाकिस्तान को बोले कि वो अपने आतंकवाद के खिलाफ समर्थन को खत्म करे। रिश्ते तो तभी बन सकते हैं जब हर देश एक दूसरे प्रति संवेदनशील रहे। विदेश मंत्रालय ने यह भी साफ कर दिया है कि भारत और पाकिस्ता के बीच में अब कोई भी बातचीत होगी तो वो सिर्फ पीओके को लेकर रहेगी, आतंकवाद पर होगी।
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तुर्की को भारत का झटका
वैसे तुर्की को लेकर भारत का दिया बयान मायने रखता है। असल में तुर्की ने भारत के विरोध के बाद भी पाकिस्तान का समर्थन करना नहीं छोड़ा है। इसी वजह से अब तुर्की को आर्थिक मोर्चे पर भारत के लोगों से ही बड़ा झटका लग रहा है। तुर्की का पर्यटन ठप पड़ चुका है, भारत के ज्यादातर पर्यटकों ने अपनी टिकट तक कैंसिल करवा दी है। वीजा एप्लीकेशन में निर्णायक गिरावट देखने को मिली है।
तुर्की के पर्यटन पर असर
वीजा प्लेटफॉर्म Atlys के मुताबिक पिछले 10 दिनों में तुर्की और अजरबैजान जैसे देशों के लिए वीजा एप्लीकेशन में भारी गिरावट देखने को मिली है। जब से पाकिस्तान को तुर्की और अजरबैजान का समर्थन मिला है, दोनों ही देशों के लिए अप्लाई की गईं वीजा एप्लीकेशन में 42 फीसदी की कमी देखी गई है। बड़ी बात यह है कि जैसे ही इन दोनों देशों ने पाकिस्तान का समर्थन किया, 36 घंटों के अंदर ऐसा माहौल बना कि जो लोग वीजा अप्लाई वाले प्रोसेस में काफी आगे बढ़ चुके थे, उन्होंने बीच में ही उसे छोड़ने का फैसला किया, यह आंकड़ा 60 फीसदी से ज्यादा बताया जा रहा है।
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