लोकसभा चुनाव 2024 की रणभेदी बज चुकी है। सभी दलों ने चुनाव आयोग द्वारा लोकसभा चुनाव 2024 के आधिकारिक ऐलान से पहले ही अपनी जमीनी तैयारियां तेज कर दी हैं। इंडिया गठबंधन और एनडीए दोनों तरफ से ही सीट शेयरिंग, कैंपेन स्ट्रेटजी से लेकर फंड रेजिंग तक पर काम चल रहा है।
लोकसभा चुनाव 2019 में बीजेपी ने सबसे ज्यादा 303 सीटें हासिल की थीं और उसके नेतृत्व में NDA देश में सबसे बड़ा घटक (329 सीटें) दल बनकर उभरा। दूसरी तरफ इस बार खुद को बीजेपी का विकल्प बता रहे इंडिया गठबंधन को 145 सीटें ही नसीब हुईं। इस समय इंडिया गठबंधन में सीट शेयरिंग को लेकर मंथन चल रहा है। इंडिया गठबंधन के सबसे बड़े दल कांग्रेस पार्टीने ‘डोनेट फॉर देश’ नाम से ऑनलाइन क्राउड फंडिंग कैंपेन भी शुरू कर दिया है। यह 18 दिसंबर से शुरू हुआ और पार्टी के 138वें स्थापना दिवस यानी 28 दिसंबर तक चलेगा।
एनडीए खासतौर पर बीजेपी अपने सभी प्रतिद्वंदियों से 2019 में सीटों के मामले में काफी आगे रही। रुपये-पैसों के मामले में भी बीजेपी के नेतृत्व वाला गठबंधन इंडिया अलायंस से काफी आगे है। लोकसभा चुनाव 2024 को देखते हुए प्रभावी कैंपेन चलाने के लिए जरूरी है कि दोनों गठबंधनों के पास पर्याप्त धन हो। हालांकि इंडिया गठबंधन के लिए यह काफी मुश्किल होगा कि वो बीजेपी को आर्थिक मोर्चे पर टक्कर दे पाए।
लगातार बढ़ रही बीजेपी की इनकम
ADR द्वारा कंपाइल किए गए साल 2018-19 से साल 2021-22 के बीच विभिन्न पार्टियों के धन के डेटा से पता चलता है कि बीजेपी इस मामले में तेजी से आगे बढ़ रही है। हाल के सालों में इंडिया गठबंधन में शामिल 26 दलों में से सिर्फ 16 ने चुनाव आयोग के सामने अपने धन की घोषणा की है जबकि एनडीए में शामिल 34 दलों में से 16 की तरफ से ऐसी जानकारी चुनाव आयोग को दी है। ADR द्वारा तैयार किया गया डेटा इंडिया गठबंधन बनाए जाने से पहले का है। इस डेटा में शिवसेना और एनसीपी को नहीं जोड़ा गया है क्योंकि इन दोनों गुटों के दो फाड़ हो चुके हैं और इनके द्वारा की गई घोषणा मौजूदा हालात से पहले की हैं।
INDIA vs NDA: सालाना इनकम में कौन आगे?
साल 2018-19 से साल 2021-22 तक विभिन्न दलों द्वारा चुनाव आयोग को दी गई जानकारी के अनुसार, सालाना इनकम के मामले में इंडिया गठबंधन 2020-21 को छोड़कर हर बार NDA से पीछे रहा। साल 2018-19 और 2019-20 में इंडिया गठबंधन एनडीए के आसपास भी नहीं ठहर रहा था। साल 2021-22 में इंडिया गठबंधन कमाई के मामले में एनडीए से 156 करोड़ रुपये पीछे था।

साल 2018-19 में इंडिया गठबंधन की कमाई का 70% हिस्सा कांग्रेस का है। चुनाव आयोग के समक्ष 2021-22 में की गई घोषणा के अनुसार, यह आंकड़ 30% कम होकर 541.3 करोड़ रुपये पर आ गए। साल 2021-22 में इनकम के मामले में बड़ी पार्टियों में टीएमसी (545.7 करोड़ रुपये), डीएमके (318.7 करोड़ रुपये), सीपीआई (एम) – (162.2 करोड़ रुपये), जेडीयू (86.6 करोड़ रुपये), समाजवादी पार्टी (61 करोड़ रुपये) और आम आदमी पार्टी (44.5 करोड़ रुपये) हैं।
बात अगर एनडीए की करें तो यहां बीजेपी सबसे ज्यादा कमाने वाली पार्टी है। इसके अलावा 2021-22 में बीजेपी की साथी पार्टी जेजेपी (4.5 करोड़) और कर्नाटक की जेडीएस (2.2 करोड़) हैं।
INDIA vs NDA: संपत्तियों के मामले में कौन आगे?
बात अगर संपत्ति की करें तो, यहां भी एनडीए इंडिया गठबंधन से आगे हैं। साल 2018-2019 में इंडिया गठबंधन एनडीए के करीब था। इसके बाद एनडीए ने काफी आसानी से हर साल उसे पीछे छोड़ा। साल 2018-19 से साल 2021-22 के बीच एनडीए ने अपनी संपत्ति को डबल किया जबकि इंडिया गठबंधन की संपत्ति सिर्फ 28% बढ़ पाई।

इंडिया गठबंधन में शामिल दलों के बीच सबसे ज्यादा संपत्ति कांग्रेस पार्टी के पास है। साल 2018-19 में कांग्रेस के पास इंडिया गठबंधन की कुल संपत्ति का 36.9% (928.8 करोड़) था। यह साल 2021-22 में घटकर 25% (805.7 करोड़) रह गया। संपत्ति के मामले में इंडिया गठबंधन में शामिल अन्य बड़े दल CPI(M) – 735.8 करोड़ रुपये, समाजावादी पार्टी- 568.4 करोड़ रुपये, टीएमसी- 458.1 करोड़ रुपये, डीएमके – 399.1 करोड़ रुपये, जेडीयू – 168.9 करोड़ रुपये है।
इसी तरह एनडीए में बीजेपी संपत्ति के मामले मे सबसे आगे है। साल 2018-19 से लेकर 2021-22 के बीच बीजेपी के पास एनडीए की संपत्ति का 98% है। एनडीए में संपत्ति के मामले में बीजेपी के बाद साल 2021-22 में जेडीएस- 13.3 करोड़ रुपये, जेजेपी 10.8 करोड़ रुपये और नागालैंड की NDP- 7.4 करोड़ बड़े दल हैं।