Goa New Governor: राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने आज हरियाणा और गोवा के नए राज्यपाल और केंद्रशासित प्रदेश लद्दाख के नए उपराज्यपाल की नियुक्ति का नोटिफिकेशन जारी कर दिया है। क्षेत्रफल के हिसाब से देश के सबसे छोटे राज्य गोवा के राज्यपाल के तौर पर पूर्व केंद्रीय मंत्री और टीडीपी के दिग्गज नेता पुसापति अशोक गजपति राजू की नियुक्ति हुई है, जबकि बीजेपी नेता कविंद्र गुप्ता को लद्धाख के उपराज्यपाल और असीम कुमार को हरियाणा के राज्यपाल की कुर्सी दी गई है।

राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने पुसापति अशोक गजपति राजू को गोवा के नए राज्यपाल की जिम्मेदारी सौंपी है। अब तक पीएस श्रीधरन पिल्लई गोवा के राज्यपाल की जिम्मेदारी संभाल रहे थे। उनकी जगह प्रेसीडेंट ने पी. गजपति राजू को राज्यपाल की कुर्सी सौंपी है।

आज की बड़ी खबरें

कौन है पुसापति अशोक गजपति राजू?

गोवा के राज्यपाल बनाए गए पुसापति अशोक गजपति राजू जन्म 26 जून 1951 एक भारतीय राजनीतिज्ञ और नरेंद्र मोदी सरकार में पूर्व केंद्रीय नागरिक उड्डयन मंत्री हैं। विजयनगरम रियासत के शाही परिवार के वंशज, वे विजयनगरम के अंतिम महाराजा के छोटे बेटे हैं। वे टीडीपी नेता और आंध्र प्रदेश के सीएम चंद्रबाबू नायडू के करीबी माने जाते हैं।

दो राज्यों को मिला नया राज्यपाल, एक यूटी में नए LG की नियुक्ति, यहां पढ़ें सारी डिटेल

1978 में जनता पार्टी के टिकट पर जीता था चुनाव

गजपति राजू ने 1978 में जनता पार्टी के उम्मीदवार के रूप में पहली बार विजयनगरम विधानसभा का चुनाव जीता था। इसके बाद 1982 में जब तेलुगु देशम पार्टी का गठन हुआ तो वे इसमें शामिल हो गए और 1983, 1985, 1989, 1994, 1999 और 2009 के राज्य विधानसभा चुनाव जीते। उन्होंने विजयनगरम से 16वीं लोकसभा के लिए 2014 का लोकसभा चुनाव जीता था।

‘फ्यूल क्वालिटी में कोई दिक्कत नहीं, पायलटों का मेडिकल भी…’, एअर इंडिया के CEO ने बड़ी बात बताई

केंद्र सरकार में संभाला था उड्डयन मंत्रालय

गजपति राजू ने आंध्र प्रदेश की राज्य सरकार में आबकारी, वाणिज्यिक कर, वित्त, राजस्व और विधायी मामलों के कैबिनेट मंत्री का पदभार संभाला है। वे तेलुगु देशम पार्टी में पोलित ब्यूरो के सदस्य हैं। वे राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन मंत्रिमंडल में नागरिक उड्डयन मंत्री थे। आंध्र प्रदेश को विशेष दर्जा प्रदान करने के लिए केंद्र सरकार के साथ विवाद के कारण उन्होंने 8 मार्च 2018 को इस्तीफा दे दिया।

‘भरोसे की कमी’, गुपचुप कॉल रिकॉर्डिंग को माना जाएगा सबूत, तलाक से जुड़े मामले पर सुप्रीम कोर्ट का बड़ा फैसला

गुलाब जामुन में कितनी चाशनी, समोसे में कितना तेल… सरकार लगाने जा रही ‘वॉर्निंग बोर्ड’