Hindu Sena chief Ajmer Dargah Case: पिछले कुछ सालों में हिंदूवादी राजनीति के मामलों में एक नाम मीडिया की सुर्खियों में बहुत तेजी से उछला है। यह नाम हिंदू सेना के अध्यक्ष विष्णु गुप्ता का है। विष्णु गुप्ता का नाम इन दिनों इसलिए फिर से चर्चा में आया है क्योंकि अजमेर शरीफ दरगाह के सर्वे का आदेश अदालत ने जिस याचिका पर दिया है, वह याचिका विष्णु गुप्ता ने ही दायर की है।

विष्णु गुप्ता ने याचिका में दावा किया है कि जिस जगह पर अजमेर शरीफ की दरगाह है, वहां शिव मंदिर था।

विष्णु गुप्ता इससे पहले मथुरा में चल रहे श्रीकृष्ण जन्मभूमि-शाही ईदगाह विवाद मामले में भी याचिका दायर कर चुके हैं। साल 2016 में तब वह चर्चा में आए थे जब उन्होंने अमेरिकी राष्ट्रपति के चुनाव में डोनाल्ड ट्रंप की जीत के लिए हवन किया था।

आईए आपको बताते हैं कि विष्णु गुप्ता कौन हैं और उनका संगठन हिंदू सेना क्या करता है।

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हिंदू और मुस्लिम पक्ष के अपने-अपने दावे। (Express Photo by Gajendra yadav)

हिंदू राष्ट्रवाद की विचारधारा से प्रभावित हैं गुप्ता

विष्णु गुप्ता मूल रूप से उत्तर प्रदेश के एटा के रहने वाले हैं और बहुत कम उम्र में ही वह दिल्ली आ गए थे। हिंदू राष्ट्रवाद की विचारधारा से प्रभावित होकर कम उम्र में ही शिवसेना की युवा शाखा से जुड़ गए थे। 2008 में गुप्ता बजरंग दल का हिस्सा बन गए थे।

2011 में विष्णु गुप्ता और कुछ अन्य लोगों ने हिंदू सेना का गठन किया। गुप्ता का दावा है कि इस संगठन से लाखों लोग जुड़े हुए हैं और देश में लगभग सभी जगहों पर इस संगठन की शाखा हैं। हिंदू सेना ने अपनी वेबसाइट में जो जानकारी दी है उसके मुताबिक यह संगठन भारत में किसी भी तरह के इस्लामीकरण, शरिया कानून, लव जिहाद और इस्लामिक कट्टरपंथ का विरोध करता है।

हिंदू सेना का कहना है कि उनका संगठन भारत और सनातन धर्म की संप्रभुता को नुकसान पहुंचाने वाले किसी भी व्यक्ति और संस्था के खिलाफ कार्रवाई करेगा।

कब-कब चर्चा में आया हिंदू सेना संगठन?

अगस्त, 2013 में गुप्ता ने अपने साथियों के साथ बम धमाकों के दोषी अब्दुल करीम उर्फ टुंडा पर दिल्ली के पटियाला हाउस अदालत के परिसर में हमला किया था।

जनवरी, 2014 में जब गाजियाबाद के कौशांबी में स्थित आम आदमी पार्टी के दफ्तर में तोड़फोड़ हुई थी तो उसमें हिंदू सेना के लोग भी शामिल थे। यह तोड़फोड़ इसलिए हुई थी क्योंकि आप के नेता और वकील प्रशांत भूषण ने कहा था कि जम्मू-कश्मीर में आर्मी की तैनाती के मामले में रेफरेंडम यानी जनमत संग्रह करवाया जाना चाहिए। तब प्रशांत भूषण पर हमला किया गया था।

फरवरी, 2014 में हिंदू सेना ने द कारवां मैगजीन के दफ्तर के बाहर प्रदर्शन किया था। यह प्रदर्शन स्वामी असीमानंद को लेकर मैगजीन में छपी एक रिपोर्ट को लेकर हुआ था। तब स्वामी असीमानंद अजमेर दरगाह, मक्का मस्जिद और समझौता एक्सप्रेस में हुए बम धमाकों के मामले में जेल में थे। इन सभी मामलों में असीमानंद को अदालत ने बरी कर दिया था।

अक्टूबर, 2015 में विष्णु गुप्ता को दिल्ली पुलिस ने हिरासत में ले लिया था। पुलिस ने यह कार्रवाई इसलिए की थी क्योंकि गुप्ता ने एक फर्जी शिकायत दी थी कि नई दिल्ली की केरल हाउस कैंटीन में गोमांस परोसा जा रहा है। इसे लेकर तब बड़ा बवाल हो गया था और पुलिस ने केरल हाउस कैंटीन में छापेमारी की थी।

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अंजुमन कमेटी के सचिव सरवर चिश्ती। (Source- सोशल मीडिया)

पाकिस्तान इंटरनेशनल एयरलाइंस के दफ्तर में तोड़फोड़

जनवरी, 2016 में विष्णु गुप्ता को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया था क्योंकि उनके संगठन के सदस्यों ने नई दिल्ली में स्थित पाकिस्तान इंटरनेशनल एयरलाइंस के दफ्तर में तोड़फोड़ कर दी थी। अगस्त, 2016 में हिंदू सेना ने गृहमंत्री राजनाथ सिंह के पाकिस्तान जाने का विरोध किया था।

मई, 2019 में हिंदू सेना ने अभिनेता और राजनेता कमल हासन के खिलाफ पुलिस में शिकायत दी थी। हिंदू सेना का आरोप था कि महात्मा गांधी के हत्यारे नाथूराम गोडसे को हिंदू आतंकवादी कहने की वजह से धार्मिक भावनाएं आहत हुई हैं।

सितंबर, 2021 में हैदराबाद के सांसद और एआइएमआइएम के प्रमुख असदुद्दीन ओवैसी के दिल्ली में स्थित सरकारी आवास पर हिंदू सेना से जुड़े लोगों ने तोड़फोड़ की थी। तब भी संगठन का नाम काफी चर्चा में आया था। इसी तरह दिसंबर, 2021 में जम्मू-कश्मीर विधानसभा के तत्कालीन सदस्य इंजीनियर रशीद पर गुप्ता और उनके संगठन के लोगों ने प्रेस क्लब ऑफ़ इंडिया के दिल्ली दफ्तर में इंक और मोबिल ऑयल फेंक दिया था।

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सैयद नसीरुद्दीन चिश्ती, अध्यक्ष, अखिल भारतीय सूफी सज्जादानशीं परिषद। (फोटो- एएनआई)

नूपुर शर्मा के समर्थन में तलवारें बांटी

इसके अलावा फिल्म आदिपुरुष के प्रसारण के खिलाफ याचिका दायर करने, दिल्ली में बाबर रोड के साइन बोर्ड की जगह पर “अयोध्या मार्ग” के स्टिकर लगाने की वजह से भी यह संगठन चर्चा में आया था। जून 2022 में हिंदू सेना ने दिल्ली के राजौरी गार्डन में विश्वगिरी मंदिर में एक कार्यक्रम आयोजित किया और बीजेपी से निष्कासित नेता नूपुर शर्मा के समर्थन में तलवारें बांटी।

पुलिस ने दर्ज की हैं कई एफआईआर

पिछले कुछ वर्षों में विष्णु गुप्ता और उनके संगठन हिंदू सेना के खिलाफ पुलिस के पास कई शिकायतें की गई हैं और एफआईआर भी दर्ज की गई हैं।

प्रशांत भूषण पर हमला करने, केरल हाउस में गोमांस परोसे जाने के बारे में झूठी सूचना देने, पीआईए स्टाफ को परेशान करने, दिल्ली में सीपीएम मुख्यालय में घुसने और पार्टी महासचिव सीताराम येचुरी के साथ मारपीट करने, कांग्रेस मुख्यालय के बाहर पोस्टर लगाने सहित कई मामलों में विष्णु गुप्ता और हिंदू सेना के सदस्यों के खिलाफ एफआईआर दर्ज की जा चुकी है।

हिंदू सेना की ओर से दायर कई याचिकाओं को अलग-अलग अदालतों के द्वारा खारिज किया जा चुका है।

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