कोरोना के नए वैरिएंट ओमीक्रोन को लेकर डब्लूएचओ की चीफ साइंटिस्ट ने भारत को आगाह करते हुए कहा है कि इसकी मार बहुत तीखी होगी। इसके साथ ही केंद्र सरकार ने कोरोना को लक्षणों को लेकर भी नया निर्देश जारी कर दिया है।
एनडीटीवी से बात करते हुए डब्ल्यूएचओ की मुख्य वैज्ञानिक सौम्या स्वामीनाथन ने कहा कि ओमीक्रोन संकट के बीच भारत के सामने सबसे बड़ी चुनौती मेडिकल केयर की अचानक आवश्यकता होगी। उन्होंने कहा- “वृद्धि बहुत तेज होने वाली है और बहुत से लोग बीमार होने जा रहे हैं”।
उन्होंने कहा कि लोग ओमीक्रोन से चिंतित हैं। उनमें लक्षण नहीं हो सकते हैं, लेकिन वो डॉक्टर से बात करना चाहते हैं। इसके लिए हमें तैयारी करनी पड़ेगी। स्वामीनाथन ने कहा कि हालांकि, असली डर यह है कि लोग खुद से भी संतुष्ट हो रहे हैं और इसे एक प्रकार का सामान्य सर्दी की तरह समझ रहे हैं। ये चिंतित करने वाली बात है।
वहीं केंद्रीय स्वास्थ्य विभाग ने कोरोना के लक्षणों को लेकर नए दिशा निर्देश जारी किए हैं। राज्यों को लिखे पत्र के अनुसार स्वास्थ्य विभाग ने कहा है कि गले में खराश, सिरदर्द होने पर भी कोरोना का टेस्ट किया जाना चाहिए। पत्र के अनुसार खांसी, सिरदर्द, गले में खराश, सांस फूलना, शरीर में दर्द, स्वाद या गंध की हाल ही में कमी, थकान और दस्त के साथ बुखार या बिना बुखार वाले किसी भी व्यक्ति को कोरोना का एक संदिग्ध मामला माना जाना चाहिए। इसका टेस्ट होना चाहिए।
केंद्रीय स्वास्थ्य सचिव राजेश भूषण और आईसीएमआर के डीजी डॉ. बलराम भार्गव ने सभी राज्यों के मुख्य सचिवों को विभिन्न स्थानों पर चौबीसों घंटे कार्यात्मक आरएटी बूथ स्थापित करने का निर्देश दिया है। इसके साथ ही चिकित्सा और पैरामेडिकल स्टाफ को शामिल करने और घरेलू परीक्षण किट के उपयोग को प्रोत्साहित करने के लिए एक पत्र लिखा है।
बता दें कि देश में कोरोना के मामलों में हाल के दिनों में तेजी देखने को मिल रही है। पिछले 24 घंटों में कोरोना के 10 हजार से ज्यादा मामले दर्ज किए गए हैं। वहीं ओमीक्रोन के मामलों की बात करें तो देशभर में ऐसे 900 से ऊपर मामले सामने आ चुके हैं।